मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक चरवाहे को जंगल में मवेशी चराने जाना महंगा पड़ गया और उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. बाघ ने चरवाहे को अपना शिकार बना लिया. यह घटना छिंदवाड़ा और महाराष्ट्र की सीमा पर मौजूद चंद्रिकापुर गांव की है. यहां पर शनिवार को एक युवक पर बाघ ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि 35 साल का युवक अपने मवेशियों को चराने गांव के पास जंगल में गया था. वहां पर शिकार की तलाश में बाघ पहले से घात लगाकर बैठा था. जैसे ही उसकी नजर चरवाहे पर पड़ी उसने तुरंत हमला कर दिया. बाघ के हमले में युवक की मौके पर ही मौत हो गई.
ये भी पढ़ें- नर्मदापुरम के एक गांव में पांच युवक नदीं में डूबे, दो के मिले शव, तलाश जारी
बाघ के हमले में चरवाहे की मौत
दक्षिण वन मंडल एसडीओ चोपड़े ने बताया कि शनिवार को ग्रामीणों की सूचना पर फॉरेस्ट,पुलिस और पेंच नेशनल पार्क की टीम ने चंद्रिकापुर के रहने वाले रविंद्र का शव पेंच पार्क से बरामद किया. मृतक मवेशी चराने छिंदवाड़ा के सौसर कन्हान रेंज की सोनपुर बीट में गया था. इसी दौरान बाघ ने चरवाहा पर हमला कर दिया. बाघ ने मृतक को सोनपुर बीट से पेंच नेशनल पार्क महाराष्ट्र की सीमा के बीच निवाला बनाया.
मवेशी चराने के दौरान बना शिकार
वन विभाग ने मृतक के परिजनों को 10 हजार रुपए मुआवजा दिया है. साथ ही वन विभाग से राज्य सरकार को पीड़ित परिवार को 8 लाख रुपए मुआवजा राशि देने का प्रस्ताव भेजा है. चंद्रिकापुर के रहने वाले सरपंच भीमराव वरकड़े ने बताया कि गांव में रहने वाला 35 साल का रविंद्र सुबह करीब साढ़े 11 बजे मवेशियों को चराने जंगल में गया था. इसी दौरान बाघ ने उसको अपना शिकार बना लिया.
गांव वालों को जंगल न जाने की हिदायत
सरपंच भीमराव वरकड़े ने बताया कि देर शाम तक रविंद्र जब गांव नहीं पहुंचा, तो उसकी तलाश शुरू की गई. जंगल में उसके क्षत-विक्षत शव पर जैसे ही ग्रामीणों की नजर पड़ी उन्होंने इस घटना की सूचना तुरंत परिवार और वन विभाग को दी. देर शाम को पुलिस और वन अमले ने मामले की पड़ताल शुरू की. वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर ना जाने की हिदायत दी है.
ये भी पढ़ें- नरसिंहपुर : यात्रियों से भरी बस के पलटने से 2 की मौत, 20 घायल