
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को जबलपुर दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने जबलपुर की दो विधानसभाओं में 7 किलोमीटर लंबा रोड शो किया. इस रोड शो के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहेंगे.
संभावित प्रत्याशी कर रहे हैं 'फ्लेक्स वार'
इधर, भाजपा ने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में जबलपुर की दो विधानसभा सीट के प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. बरगी विधानसभा से नीरज सिंह और पूर्व से अंचल सोनकर को टिकट दिया है. इसलिए इस विधानसभा में तो अंचल सोनकर के ही फ्लेक्स लगाए गए हैं, लेकिन कुछ सीटें फिलहाल कांग्रेस के खाते में हैं. ऐसे में बहुत से संभावित प्रत्याशी मुख्यमंत्री को अपनी ताकत दिखाने के लिए फ्लेक्स वार में जुटे हैं. शहर में लाखों स्क्वायर फीट के फ्लेक्स लगाए जा चुके हैं.

जबलपुर में चल रहा है फ्लेक्स वार.
मध्य क्षेत्र में कांग्रेस से पुनः भाजपा में आए धीरज पटेरिया, संदीप जैन, शरद अग्रवाल, रोहित जैन, सी ए अखिलेश जैन भाजपा से तीन बार जीते हैं. ऐसे में शरद जैन अपना जोर दिखा रहे हैं. शारद जैन पिछले चुनाव में कांग्रेस के विनय सक्सेना से सिर्फ 450 मतों से हार गए थे, वे फिर संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट में है.
जन दर्शन यात्रा के लिए 200 से ज्यादा स्वागत मंच तैयार
ऐसे में कोई भी संभावित प्रत्याशी इस जन दर्शन यात्रा में ताकत दिखाने के मौके से चूकना नहीं चाहता है. इन सभी संभावित उम्मीदवारों ने सड़कों को फ्लेक्स से पाट दिया है और 200 से ज्यादा स्वागत मंच लगाए हैं. इन फ्लेक्सो पर मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और स्वयं संभावित उम्मीदवारों ने अपनी फोटो लगाई गई है.
दोनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
बता दें कि जिस जगह सीएम शिवराज का रोड शो और सभा होनी है, इन दोनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में जबलपुर शहर की चार में से तीन सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया था. कांग्रेस ने उत्तर मध्य, पूर्व और पश्चिम विधानसभा जीती थी. वहीं भाजपा को सिर्फ कैंट सीट ही मिली थी. ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब हारी हुई सीटों पर फोकस कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता अनुराग गढ़वाल ने कसा तंज
कांग्रेस नेता अनुराग गढ़वाल ने कहा कि मुख्यमंत्री वैसे तो रोजगार नहीं दे पाए, लेकिन अपनी जबलपुर यात्राओं से फ्लेक्स, फ्रेम और टेंट वालों को तो रोजगार दे रहे हैं. उनके इस फ्लेक्स वार से जनता अब प्रभावित नहीं होने वाली है और सिर्फ मुख्यमंत्री पैसे की बर्बादी कर रहे हैं.
फ्लेक्स लगाने से पर्यावरण को हो रहा नुकसान
हालांकि फ्लेक्स लगाने से पर्यावरण को हो रहे नुकसान को लेकर पर्यावरण विद काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. पर्यावरण विद मनोज गुप्ता कहते हैं कि फ्लेक्स शीट प्लास्टिक श्रेणी में आती है और यह समाप्त नहीं होती. एक ही दिन में लाखों स्क्वायर फीट फ्लेक्स लगाए गए हैं जो पर्यावरण की दृष्टि से बहुत ही नुकसानदेह है.
वहीं शिल्पी ग्राफिक्स के संचालक विपिन सोनी ने कहा कि यह फ्लेक्स बेकार नहीं होते हैं. पैकिंग, तिरपाल के लिए काम आते है. हम पृथ्वी में ऐसे ही नहीं छोड़ते जो पर्यावरण को नुकसान पहुंच सके. कार्यक्रम के बाद सभी फ्लेक्स निकाल लिए जाते हैं.
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