
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ली. उन्होंने कहा कि 8 दिन का विधानसभा सत्र सरकार के लिए सुकून भरा हो सकता है , लेकिन सरकार सत्र को लेकर बेचैन थी.
दो दिन पहले खत्म हुआ सत्र
विधानसभा का मानसून सत्र तय समय से दो दिन पहले 6 अगस्त को खत्म हो गया है. इस सत्र के खत्म होने के बाद आज गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रेस वार्ता आयोजित की. इस मौके पर उमंग ने कहा कि इसके हमने हर विषय पर सरकार से बात करनी चाही. हम जब बात करते थे तब सत्ता पक्ष के लोग हल्ला करते थे.
ध्यानाकर्षण पर नहीं हुई चर्चा
उमंग ने कहा कि ओबीसी आरक्षण पर सरकार ध्यानाकर्षण पर चर्चा नहीं की. हमने कई बार मांग की लेकिन चर्चा नहीं हुई. वकीलों को करोड़ो रुपये दिए गए लेकिन चर्चा तक नहीं हुई. हमने वनाधिकार पट्टों की बात की. प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की हमने बात की. जनसेवा मित्र , दैनिक वेतन भोगियों , संविदा शिक्षक पर बात नहीं करना चाहते. पर्यावरण की 200 से 250 से ज्यादा अनुमति दी गई.पर्यावरण की अनुमति में भी घोटाला हुआ , लेकिन ध्यानाकर्षण पर चर्चा नहीं हुई.
नेता प्रतिपक्ष ने ये भी कहा कि कई सवालों पर गलत उत्तर दिए गए ,यह कहा गया जानकारी एकत्रित की जा रही है.
सरकार को एक्शन लेना चाहिए
पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं के मौत के मामले में कहा कि उन्हें और प्रशासन को व्यवस्थाएं करनी चाहिए...कानून से बढ़कर कोई नही होता है चाहे कोई भी व्यक्ति हो..अल्लू अर्जुन , विराट कोहली इन लोगों पर कार्रवाई हो सकती है, तो अगर वहां संचालन समिति को गड़बड़ी करती है तो सरकार को एक्शन लेना चाहिए.
ये भी पढ़ें कुबेरेश्वर धाम भगदड़ मामला... मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, एसपी से मांगी रिपोर्ट