Umang Singhar in MP: एमपी में हुए Nursing Scam को लेकर नेता प्रतिपक्ष Umang Singhar ने विधानसभा सदन में सवाल उठाया. उन्होंने कहा, 'मामले को लेकर अगर मेरे आरोप गलत साबित होते है, तो मैं नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) के पद से इस्तीफा दे दूंगा. प्रदेश के हजारों छात्रों को नहीं पता था कि जिस कॉलेज में वे एडमिशन ले रहे है, वो फर्जी है. नर्सिग घोटाला के लिए नियम बदले गए.' उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि बिना किसी मंत्री के संरक्षण के ये घोटाला किया जाना बहुत मुश्किल था. मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.
मंत्री के संरक्षण के बिना घोटाला संभव नहीं-उमंग सिंघार
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सदन में अपने बयान में कहा, '2020-21 में एमपी में सबसे ज्यादा नर्सिंग कॉलेज खोले गए. चार अधिकारी और मंत्री नर्सिंग कांउन्सलर चला रहे थे. काउंसिल चलाने का अधिकार उन्हें नहीं है. काउंसिल का कंट्रोल अवैध तरीके से लिया गया.
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धारा 31 का दुरुपयोग-सिंघार
उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि काउंसिल में धारा 31 का दुरुपयोग किया गया. जब नर्सिंग काउंसिल में घोटाला नहीं हुआ था, तो धारा 31 के तहत काउंसिल को टेकओवर क्यों किया गया. कोर्ट ने कोई रोक नहीं लगाई की मंत्री या विभाग की जांच नहीं हो सकती है. सिंघार ने कहा कि इंडिया नर्सिंग काउंसिल की एमपी में धज्जियां उड़ा दी गई.
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