Lok Sabha Polls in Madhya Pradesh: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) में सतना सीट (Satna Lok Sabha Seat) से भारतीय जनता पार्टी यानी बीजेपी (BJP) से चार बार के सांसद गणेश सिंह (Ganesh Singh), कांग्रेस (Congress Party) से दो बार के विधायक (MLA) सिद्धार्थ कुशवाहा (Siddharth Kushwaha), वहीं चार बार विधायक रह चुके नारायण त्रिपाठी बीएसपी (BSP) से ताल ठोंक रहे हैं. इस दौरान अभ्यर्थियों के द्वारा दिए गए संपित्त के ब्यौरे से साफ हुआ है कि विधानसभा चुनाव 2023 के बाद से सांसद गणेश सिंह (BJP Candidate) की संपत्ति में गिरावट हुई है. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी (Congress Candidate) सिद्धार्थ कुशवाहा की संपत्ति में बढ़त हुई है. जबकि नारायण त्रिपाठी की स्थिति जस की तस हैं. उनके बैंक खाते में मात्र पांच सौ रुपए ही जमा बताया गया है.
ये है गणेश सिंह का लेखा-जोखा
संसदीय सीट सतना से चार बार सांसद निर्वाचित हो चुके भाजपा प्रत्याशी गणेश सिंह और उनकी पत्नी मोना सिंह के पास मौजूद नगदी (Cash) में 6 महीने में 19 लाख रुपए से अधिक की कमी आई है. नवम्बर में हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2023) के दौरान उनके हाथ और बैंक में जमा रकम काफी घटी है.
सांसद की पत्नी मोना सिंह के पास भी विधानसभा चुनाव के वक्त 3 लाख 65 हजार रुपए थे. वहीं कैश इन हैंड अब मात्र 95 हजार 100 रुपए रह गया. यदि बैंक में जमा रकम की बात करें तो उन दिनों 5 लाख 28 हजार 638 रुपए थे जो अब मात्र 53 हजार 835 रुपए रह गए हैं. यानी 6 महीने में गणेश सिंह की संपत्ति में 11 लाख 89 हजार 201 रुपए तथा मोना सिंह ने 7 लाख 44 हजार 703 रुपए अपनी बचत में से खर्च किए हैं.
सिद्धार्थ कुशवाहा का हिसाब-किताब
कांग्रेस के प्रत्याशी सिद्धार्थ सुखलाल कुशवाहा की माली हालत में पिछले 6 महीने में सुधार हुआ है. नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मुकाबले अब लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) तक के समय के बीच हालांकि उन पर कर्ज भी बढ़ा है. उनकी कैश इन हैंड (Cash in Hand) और कैश इन बैंक (Cash in Bank) पोजीशन पहले से बेहतर हुई है. पत्नी का बैंक बैलेंस (Bank Balance) जरूर घटा है और फर्म में उनकी भागीदारी के प्रतिशत में भी कमी आई है. नगदी उनके भी हाथ में बढ़ी है तो बेटियों के भी बैंक बैलेंस में इजाफा हुआ है.
छह माह में दूसरी बार दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक सिद्धार्थ और पत्नी प्रीति के पास 5-5 लाख रुपए कैश है. जबकि दोनों बेटियों के पास भी 50 हजार की नगदी है. सिद्धार्थ के 4 बैंक खातों (Bank Accounts) में अब 4 लाख 22 हजार 317 रुपए हैं, जबकि नवंबर में विधानसभा चुनाव के वक्त यह रकम 3 लाख 71 हजार 41 रुपए थी. पत्नी के खातों में जमा रकम नवंबर से अब तक मे 87 हजार 317 रुपए से घटकर 50 हजार 656 रुपए रह गई है. बेटियों के बैंक अकाउंट में बैंक बैलेंस जरूर बढ़ा है. बेटियों के खाते में 5 माह पहले रही 75 हजार 206 रुपए की रकम बढ़कर 2 लाख 78 हजार 835 रुपए हो गई है.
बीएसपी प्रत्याशी के बैंक में सिर्फ 528 रुपए का बैलेंस
चार बार मैहर क्षेत्र के विधायक रह चुके BSP प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी के पास नगदी तो 3 लाख 80 हजार रुपए है. लेकिन बैंक खाते में सिर्फ 528 रुपए ही जमा पूंजी है. उनकी पत्नी के पास तो बैंक में खाता तक नहीं है. लेकिन 3 लाख 17 हजार रुपए की नगदी उनके भी हाथ में हैं. नारायण और उनकी पत्नी का न तो कही कोई निवेश है, न उनके पास बीमा पॉलिसियां हैं और न ही किसी कंपनी के शेयर उन्होंने ले रखे हैं. ज्वेलरी के नाम पर जहां नारायण के पास 5 तोला सोने की बनी अंगूठियां हैं. वहीं उनकी पत्नी के पास भी केवल 72 ग्राम सोने के बने आभूषण ही हैं. मैहर के लटागांव के रहने वाले नारायण ने निर्वाचन आयोग को दिए अपने शपथ पत्र में अपना व्यवसाय तो कृषि बताया है.
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