इन दिनों देश में लोकतंत्र के पर्व का रंग दिख रहा है. अपने-अपने चुनावी क्षेत्रों में नेता जमकर दौड़ा-भागी कर रहे हैं. इसके साथ ही NDTV भी चुनावी सफर में अलग-अलग सीटों पर पड़ताल कर रहा है. वहां के नेताओं, उम्मीदवारों और जनता से बात कर रहा है क्योंकि चुनाव मतलब NDTV. आज हम अपनी चुनावी यात्रा में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की गुना-शिवपुरी सीट (Guna-Shivpuri Seat) पर हैं. इस क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपना उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) को बनाया है जबकि कांग्रेस (Congress) ने राव यादवेंद्र सिंह यादव (Rao Yadvendra Singh Yadav) पर दांव लगाया है. इन दोनों के अलावा बसपा (BSP) के उम्मीदवार धनीराम चौधरी (Dhaniram Chaudhary) भी मैदान पर हैं. इस क्षेत्र की यात्रा के दौरान NDTV मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के रेजिडेंट एडिटर (Resident Editor NDTV) अनुराग द्वारी ने सिंधिया घराने के मुखिया व बीजेपी उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया से कई मुद्दों पर सवाल किए. आइए जानते हैं सिंधिया ने कैसे हमारे सवालों के जवाब दिए...
लोग कह रहे हैं आपके इलाके में पानी, सड़क जैसी समस्याएं हैं?
क्षेत्र में ऐतिहासिक प्रगति और विकास हुआ है : सिंधिया
जिस सड़क पर हम चल रहे हैं, वह सड़क नहीं हुआ करती करती थी. 18 किलोमीटर की सड़क मैंने अपने क्षेत्र में बनवाई. पहले एक बिजली का खंभा नहीं होता था. एक-एक बिजली का खंबा मैंने पूरे तार के साथ एक-एक गांव तक पहुंचाया. ऐतिहासिक प्रगति और विकास क्षेत्र में हुआ है. विकास चक्र लगातार चलता रहता है. अपने पानी की अभी बात की है... पूरे प्रदेश में खास कर हमारे ग्वालियर-चंबल इलाके में बहुत कम वर्षा हुई. इस सीजन में वाटर लेवल कम होता है, बोरिंग भी 700-800 फीट नीचे चली गई. पिछली बारिश की वजह से जो हमारे बांध और नदी-नाले भरने चाहिए थे, वह भी 30-40% कम वर्षा के चलते नहीं भर पाए. इस बार संकट जरूर है, लेकिन हम उसका समाधान निकालने का प्रयास कर रहे हैं.
यहां आप फिर लौटे हैं, इस बार कैसी चुनौती है?
लौटा नहीं हूं, हमेशा यहीं था : ज्योतिरादित्य
मैं लौटा नहीं हूं, मैं तो सदैव यहीं था. पिछले 5 साल भी यहीं था. ओलावृष्टि हो या फिर कोरोना काल में पूरे दौरान यहीं पर था. यहीं रहा हूं. मेरा यहां से रिश्ता बार-बार का है. मेरा राजनीति करने का उद्देश्य नहीं है, राजनीति तो केवल जन सेवा को आगे बढ़ाने के लिए माध्यम है. चुनाव हमारे लिए अंत नहीं है, चुनाव हमारे लिए शुरुआत है. इस क्षेत्र में सब मेरे हैं और मैं सब का हूं. इस क्षेत्र में कभी जाति और पद के आधार पर चुनाव नहीं लड़ा. मेरा मानना है कि हम अपनी जनता के बीच में अपने लेखा-जोखा के साथ जाएं. मैं अपना 17 साल का लेखा-जोखा लेकर सेवा भाव के साथ में जनता के बीच पहुंचा हूं.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आ रहे हैं?
अतिथि का स्वागत करने के बाद विदाई भी होती है : सिंधिया
कोई भी नेता आए उनका स्वागत है. अतिथि देवो भव! अतिथियों का स्वागत सत्कार किया जाता है. उसके बाद स्वागत सत्कार कर जो भी मेहमान आता है उसकी विदाई भी होती है.
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