Pradhan Mantri Mudra Yojana: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना को लेकर खुशखबरी है, बता दें, पीएमएमवाई के तहत मुद्रा ऋण की मौजूदा सीमा को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया. इस वृद्धि के सकारात्मक असर दिख सकते हैं. यह वृद्धि विशेष रूप से उभरते उद्यमियों के लिए लाभकारी है, जिससे उन्हें विकास और विस्तार में सहायता मिलेगी. यह पहल एक मजबूत उद्यमी इको-सिस्टम को बढ़ावा देने में कारगर हो सकती है.
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बात दें- तरुण प्लस की नई श्रेणी 10 लाख रुपये से अधिक और 20 लाख रुपये तक के ऋणों के लिए है और यह उन उद्यमियों को उपलब्ध होगी, जिन्होंने तरुण श्रेणी के अंतर्गत पिछले ऋणों का लाभ उठाते हुए उनका सफलतापूर्वक भुगतान भी किया है. 20 लाख रुपये तक के पीएमएमवाई ऋणों की गारंटी कवरेज माइक्रो यूनिट्स के लिए क्रेडिट गारंटी फंड (सीजीएफएमयू) के तहत प्रदान की जाएगी.
77.7 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं
आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया कि स्टार्ट-अप और स्टैंड-अप इंडिया के माध्यम से उद्यमिता की लहर में महिलाओं की भागीदारी प्रभावी रही. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लगभग 68 प्रतिशत ऋण महिला उद्यमियों को स्वीकृत किए गए हैं और स्टैंड-अप इंडिया के तहत मई 2024 तक 77.7 प्रतिशत लाभार्थी महिलाएं हैं.
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जरूरत पड़ने पर निकाली जा सकती है रकम
पीएमएमवाई की शुरुआत 8 अप्रैल, 2015 को हुई थी. पीएमएमवाई के तहत, व्यक्तियों को 10 लाख रुपये तक के गारंटी-मुक्त ऋण दिए जाते हैं. पीएमएमवाई के तहत, उद्यमी मित्र पोर्टल के ज़रिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. मुद्रा कार्ड की सुविधा से, जरूरत पड़ने पर मुद्रा खाते से रकम निकाली जा सकती है. महिला उद्यमियों को रियायती दर पर ऋण दिए जाते हैं. कृषि और गैर-कृषि गतिविधियों में रोज़गार के अवसर बढ़ाए जाते हैं. कौशल निर्माण, पुनश्चर्या प्रशिक्षण, और मार्गदर्शन जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं.
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