Gwalior News: ग्वालियर (Gwalior) में पुलिस (Police) की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस बार गिरवाई थाने की टीआई प्रीति भार्गव के खिलाफ मजदूरों ने जबरन मुचलका भारवाकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं वे अपना आवेदन लेकर एसपी ऑफिस (SP Office) भी पहुंच गए जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री (CM Mohan Yadav) से इच्छा मृत्यु की इजाजत देने की गुहार लगाई है. इस मामले में एसपी ने कहा कि मामला बहुत पुराना है लेकिन व्यक्तियों ने जो आवेदन दिया है उसकी गंभीरता से जांच कराई जा रही है.
ग्वालियर में पुलिस प्रताड़ना का एक और मामला सामने आया है. इसमें ग्वालियर के गिरवाई थाने की टीआई प्रीति भार्गव पर संगीन आरोप लगे हैं. मजदूर कल्याण सिंह ने टीआई प्रीति भार्गव पर जबरन मुचलका भरवाने और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए CM से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है. उसने मुख्यमंत्री के नाम से एसपी को एक आवेदन देकर कहा है कि वह पुलिस प्रताड़ना से इतना तंग आ गया है कि अब वह जीना नहीं चाहता इसलिए उसे इच्छा मृत्यु की इजाजत दी जाए.
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क्या है पूरा मामला?
कल्याण सिंह नामक व्यक्ति का आरोप है कि विगत 13 दिसंबर को टीआई प्रीति भार्गव और दरोगा सोनी ने उसे मोहल्ले से पकड़कर घसीटा और फिर थाने लाकर उससे जबरन मुचलका भरवा दिया. जब उसने बताया कि उसके खिलाफ कोई अपराध ही नहीं दर्ज है तो उसके साथ मारपीट की गई. उधर गिरवाई इलाके में ही रहने वाले महाराज सिंह तोमर नाम के एक दूसरे मजदूर ने भी प्रीति भार्गव के खिलाफ SP से शिकायत की है.
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एसपी ने कही जांच की बात
महाराज सिंह के मुताबिक 31 दिसंबर को टीआई प्रीति भार्गव और दरोगा उसे दुकान के बाहर से पकड़कर थाने ले गए और फिर उससे जबरदस्ती मुचलका भरवा लिया जबकि उसके खिलाफ किसी तरह का अपराध ही नहीं दर्ज था. इस पूरे मामले में एसपी राजेश सिंह चंदेल का कहना है कि इस तरह का आवेदन उन्हें प्राप्त हुआ है. हालांकि यह मामला बहुत पुराना है लेकिन शिकायत को उन्होंने गंभीरता से लिया है और वह मामले की जांच करवा रहे हैं.