Knowledge Tourism India 2025: मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा चलाई जा रही ज्ञान पर्यटन (Knowledge Tourism) श्रृंखला के तहत भोपाल की छात्राओं ने ग्रामीण जीवन, जनजातीय परंपराओं और सतत कृषि पद्धतियों को नजदीक से समझने का अनूठा अवसर पाया. गीतांजलि शासकीय कन्या महाविद्यालय की 49 छात्राओं ने भोपाल जिले के ग्राम पर्यटन स्थल केकड़िया में एक दिन का शैक्षणिक भ्रमण किया, जहां उन्होंने संस्कृति, परंपरा और प्रकृति के सुंदर संगम को महसूस किया.
ग्रामीण जीवन से जुड़ाव का अनुभव
इस भ्रमण में गीतांजलि शासकीय कन्या महाविद्यालय, भोपाल की 49 छात्राएं शामिल हुईं. उनके साथ प्राध्यापिकाएं डॉ. अनीता देशभरतार और डॉ. मधु तलरेजा भी मौजूद रहीं. इस यात्रा का उद्देश्य छात्राओं में सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाना और उन्हें ग्रामीण परंपराओं एवं सतत कृषि पद्धतियों (Sustainable Agricultural Practices) से परिचित कराना था.
भीला जनजाति ने किया पारंपरिक स्वागत
भ्रमण की शुरुआत बेहद पारंपरिक अंदाज में हुई. भीला जनजाति की महिलाओं ने छात्राओं का स्वागत स्थानीय रीति-रिवाजों के अनुसार किया. इस दौरान छात्राओं ने स्थानीय हाट बाजार का भी दौरा किया, जहां जनजातीय चित्रकला, मिट्टी के बर्तन, जैविक सब्जियां, पारंपरिक हथियार, गृह सज्जा सामग्री और कृषि उत्पाद प्रदर्शित किए गए थे.
स्थानीय गतिविधियों में उत्साह से भागीदारी
भ्रमण के दौरान छात्राओं ने कई पारंपरिक गतिविधियों में भाग लिया. इनमें ट्रैकिंग, पॉटरी (कुम्हारकला), बैलगाड़ी सवारी, तीरंदाजी, लोकनृत्य, जनजातीय चित्रकला और ‘फार्म टू प्लेट' अनुभव जैसी गतिविधियां शामिल थीं. इन अनुभवों ने उन्हें न केवल ग्रामीण जीवन की सादगी से जोड़ा, बल्कि उसमें छिपी कला और मेहनत का भी अहसास कराया.
कृषि तकनीक की मिली जानकारी
शैक्षणिक भ्रमण के हिस्से के रूप में छात्राओं ने फसल चक्र (Crop Rotation), ड्रिप सिंचाई प्रणाली और पोल्ट्री फार्मिंग जैसी तकनीकों की जानकारी हासिल की. इससे उन्हें यह समझने में मदद मिली कि आधुनिकता और परंपरा मिलकर कैसे टिकाऊ खेती का मार्ग प्रशस्त कर सकती हैं.
सामासगढ़ जैन मंदिर का दर्शन और सांस्कृतिक समापन
यात्रा के अंतिम चरण में छात्राओं ने ऐतिहासिक सामासगढ़ जैन मंदिर का दर्शन किया. कार्यक्रम का समापन लोकनृत्य और सांस्कृतिक प्रश्नोत्तरी (इंटरएक्टिव क्विज़) के साथ हुआ, जिसने इस भ्रमण को और भी यादगार बना दिया. यह आयोजन मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के संचालक डॉ. डीपी सिंह के नेतृत्व में ज्ञान पर्यटन श्रृंखला का चौथा कार्यक्रम था. इससे पहले बीएसएस कॉलेज का खारी (सीहोर), कोटरा (राजगढ़) और नर्मदा पीएमसीओई कॉलेज का छेदका (नर्मदापुरम) भ्रमण सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है.