Madhya Pradesh: आपने हिंदी फिल्मों में सौतेली मां के अत्याचार की कहानी तो देखी ही होगी. खरगोन (Khargone) के बड़वाह में इसी तरह की सौतेली मां सामने आई है. जब पति की मौत हो गई तो उसने अपनी दोनों सौतेली बेटियों को घर से निकाल दिया. पिता की मौत से एक तो वैसे ही दोनों बहनें टूटी हुई थीं और इसके बाद मां ने भी घर से निकाल दिया. पिता का साया तो उठ ही गया था सौतेली मां ने घर का साया भी छीन लिया.
दीपमाला के प्रयास से मिला घर
जब दोनों बहनों को घर से निकाल दिया गया तो वो दोनों सर्व ब्राह्मण समाज व पैरालीगल वॉलियेंटर दीपमाला शर्मा के पास पहुंचीं. दीपमाला के करीब 3 महीने के प्रयास के बाद दोनों बेटियों को पिता का घर विधिक सहायता के माध्यम से दिलाया. जिसके बाद दोनो बेटियां अपने पिता के घर में रहने लगी.
सौतेली मां ने घर का सामान भी बेंच दिया
पैरालिगल वालियेंटर व सर्व ब्राह्मण दुर्गावाहिनी अध्यक्ष दीपमाला शर्मा ने बताया की पूजा शर्मा और दीर्घ शर्मा की माताजी की मृत्यु के बाद पिता चंद्रशेखर ने दूसरी शादी भारती के साथ कर ली थी. कुछ समय बाद पिता की भी मृत्यु हो गयी. दोनों बहनें इंदौर में पढाई करती थी. इस बात का फायदा सौतेली माता ने उठाया और भारती ने दोनों बहनों के साथ गलत व्यवहार करना शुरू कर दिया. साथ ही उन्हें बिना बताए उनका मकान किसी और के हवाले कर दिया.
घर मिलने के बाद दोनों बहनें काफी खुश हैं
भारती ने लाखों रुपये का उधार भी ले लिया. दोनों बेटियां अपने ही घर से बेघर हो गयी. जब वो इंदौर से बड़वाह आयी तो उनका घर किसी और के पास था. सौतेली मां ने घर का सारा समान भी बेच दिया. दीपमाला के प्रयास से अपना घर वापस मिलने पर दोनों बहनें काफी खुश नजर आ रही हैं.