जबलपुर में देश के वीर सैनिकों को स्कूल की बच्चियों ने राखी बांधकर सभी का दिल जीत लिया. इस बार मध्य प्रदेश से विशेषरूप से जबलपुर से सैनिकों के लिए एक पहल चल रही है. सैनिकों की कलाई कहीं सूनी ना रह जाए इसके लिए हर कोई अपने स्तर से प्रयास कर रहा है.
इस तरह के कार्यक्रम बढ़ाते हैं सबका हौंसलाइस तरह के कार्यक्रम, प्रयास जरूर होने चाहिए. आखिर जिनकी वजह से हम अपने सारे त्योहार मना पाते हैं, जिनकी वजह से हम शान से जीते हैं या यूं कहें हमारी एक-एक सांस देश के वीर सैनिकों की कर्जदार है, तो उनकी खुशी के लिए इस तरह की पहल जरूर होनी चाहिए.
जवानों की आंखो में आ गए आंसूइसी पवित्र भावना को लेकर जबलपुर के त्रिपुरी चौक पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. त्रिपुरी चौक पर आयोजित इस कार्यक्रम में बच्चियों ने जवानों को राखी बांधी, ये बच्चियां गंगानगर सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ती हैं. इस कार्यक्रम में जवानों की आंख में आंसू आ गए. एनडीटीवी के संवाददाताओं ने जब बच्चियों से बात की तो बच्चियां भी इस कार्यक्रम में शामिल होकर बड़ी खुश नजर आ रही थीं. उन्हें भी वीर जवानों को राखी बांधकर बड़ा गर्व महसूस हो रहा था.
सेना के कई अधिकारी हुए इसमें शामिलइस कार्यक्रम में सेना के कई अधिकारी भी शामिल हुए. सूबेदार प्रताप सिंह, मामराज सिंह, भोगेंद्र सिंह और सुनील कुमार ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई. वहीं इस आयोजन में शामिल जवान विजय कुमार और केशव दत्त ने बताया कि उन्होंने 11-12 साल से राखी नहीं बंधवाई थी. बताइए जिस जवान की कलाई पर 12 सालों के बाद राखी नजर आयेगी उसे कितनी खुशी मिलेगी इसका अंदाजा लगाना बड़ा मुश्किल है.
कारगिल युद्ध की याद हुई ताजाकुछ जवान 5-6 साल से राखी पर घर नहीं जा पाए या ऐसा संयोग ही नहीं बना कि उन्हें राखी बंधवाने का मौका मिला हो.
ऐसे में नन्हीं बच्चियों से राखी बंधवाते हुए जो खुशी इनके चेहरे पर देखी जा रही थी उसका कोई मोल नहीं हो सकता है.
इस कार्यक्रम में 1999 के कारगिल युद्ध में शामिल वीर अनिल कुमार नायक भी शामिल रहे, अनिल कुमार नायक के पराक्रम का लोहा कारगिल के युद्ध में सबने माना था.