
MP NEWS: मध्यप्रदेश में फर्जी समग्र आईडी को लेकर सियासत तेज हो गई है. इंदौर नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार, शहर के 22 झोन में 6.63 लाख फर्जी समग्र आईडी पाई गई हैं. जबकि प्रदेश भर में यह संख्या 7.21 लाख बताई गई है. इसी मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार को घेरते हुए बड़ा हमला बोला है.
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इन फर्जी आईडी के जरिए न केवल 24 से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ लिया गया, बल्कि मतदाता सूची में भी फर्जी नाम जोड़कर चुनावी गड़बड़ी की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि यह सारा फर्जीवाड़ा 2020 के बाद तेज़ी से हुआ है और अब सबूत मिटाने के लिए नगर निगम कर्मचारियों से डिलीट कराया जा रहा है.
उन्होंने यह भी बताया कि पहले भी हाईकोर्ट में कलेक्टर इंदौर ने शपथ-पत्र देकर बताया था कि 13,502 फर्जी समग्र आईडी से करीब 2.60 लाख फर्जी वोटरों को हटाया गया था.
राहुल गांधी ने उठाया था मुद्दा
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया था. उनके अनुसार फर्जी वोटर लिस्ट सिर्फ इंदौर तक सीमित नहीं, बल्कि महाराष्ट्र, कर्नाटक और अब बिहार में भी इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं.
सरकारी कार्रवाई और कांग्रेस की चेतावनी
राज्य सरकार ने सभी कलेक्टरों को आदेश दिया है कि वे जिलेवार KYC के माध्यम से इन फर्जी समग्र आईडी की जांच करें और पोर्टल से हटाएं. इंदौर में यह काम नगर निगम द्वारा जुलाई माह से शुरू किया गया है. सभी झोन पर प्रभारी नियुक्त किए गए हैं.
वहीं कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की तो 19 जुलाई को इंदौर नगर निगम का घेराव किया जाएगा. साथ ही कांग्रेस ने इस पूरे मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है.