Indore Encroachment Removal Protest: इंदौर के अन्नपूर्णा क्षेत्र में मंगलवार को उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब अतिक्रमण हटाने पहुंची प्रशासनिक टीम के सामने कई लोगों ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह की धमकी दे दी. एक युवक ने ब्लेड से गला काटने की कोशिश भी की, तो एक लड़की पेड़ पर चढ़कर चिल्लाने लगी. हालात इतने बिगड़ गए कि नगर निगम को अपनी कार्रवाई रोककर वापस लौटना पड़ा.
कथा खत्म, अब अतिक्रमण हटाने की मांग
अन्नपूर्णा क्षेत्र हाल ही में कथा आयोजन के कारण सुर्खियों में था. कथा के समापन के बाद अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट ने जिला प्रशासन से कहा कि मंदिर के आसपास बने अवैध अतिक्रमण हटा दिए जाएं, क्योंकि यह मंदिर आने-जाने वाले लोगों के लिए बाधा बन रहे हैं. इसी शिकायत के आधार पर प्रशासन ने वहां रह रहे परिवारों को नोटिस देकर घर खाली करने को कहा था.
रहवासियों का विरोध- हमारी पीढ़ियां यहीं गुजरी हैं
नोटिस मिलने के बाद रहवासी भड़क उठे. उनका कहना था कि वे कई वर्षों से यहां रह रहे हैं और अब अचानक घर खाली करना संभव नहीं है. लोगों ने आरोप लगाया कि निगम और मंदिर ट्रस्ट उन्हें जबरन हटाना चाहते हैं. विरोध के दौरान कई लोगों ने सामूहिक आत्मदाह की धमकी देते हुए अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़क लिया, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया.
इंदौर में हाईवोल्टेज ड्रामा! खुद पर डाला मिट्टी का तेल, युवक ने की गला काटने की कोशिश, युवती पेड़ पर चढ़ी#Indore pic.twitter.com/Ci5r2UbLzQ
— NDTV MP Chhattisgarh (@NDTVMPCG) November 14, 2025
पेड़ पर चढ़ी लड़की, घायल हुआ पुलिसकर्मी
एक परिवार की लड़की अपने घर टूटते देख पेड़ पर चढ़ गई और जोर-जोर से चिल्लाने लगी. उसे नीचे उतारने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान एक पुलिसकर्मी पेड़ से गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया. वहीं एक अन्य युवक दीवार पर चढ़कर बिजली के खंभे पर पहुंच गया और हाथ में ब्लेड लेकर खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने लगा.
ये भी पढ़ें- बिहार में प्रचंड जीत की ओर NDA, जिन 26 सीटों पर सीएम मोहन ने किया था प्रचार, उसमें से 21 पर आगे चल रही एनडीए
तहसीलदार बोले- नोटिस और कोर्ट का आदेश जारी
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर तहसीलदार यशिका दीक्षित ने बताया कि प्रभावित लोगों को धारा 250 के तहत नोटिस दिया गया था और कोर्ट ने भी उनके खिलाफ फैसला दिया है. चार परिवारों में से दो बाहर रहते हैं और अपने मकान किराए पर दे रखे थे. दो अन्य परिवारों को नगर निगम की ओर से पुनर्वास की व्यवस्था भी दी जा रही है. तय समयसीमा देने के बावजूद उन्होंने घर नहीं हटाए, इसलिए आज रिमूवल की कार्रवाई शुरू की गई.
विरोध बढ़ा, प्रशासन की मुहिम स्थगित
लगातार बढ़ते तनाव और आत्मदाह की धमकियों के बीच प्रशासन को अपनी कार्रवाई रोकनी पड़ी. अतिक्रमण हटाने पहुंचे नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम को बिना काम किए ही वापस लौटना पड़ा. हंगामे और विरोध के कारण आगे की कार्रवाई कब होगी, यह फिलहाल तय नहीं है.
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ के इस IPS अफसर ने अपनी आवाज का बिखेरा जादू, सुनते ही रह गए लोग, जमकर बजाई तालियां