Indore Drainage Scam: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में ठेकेदारों और सरकारी कर्मचारियों का बड़ा घोटाला सामने आया है. यहां ड्रेनेज की लाइन बिछाए बिना इस काम के नाम पर नगर निगम में करीब 58 करोड़ रुपये के फर्जी बिल पेश किए गए. खबर है कि इसमें से 34 करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान भी कर दिया गया. मामला सामने आते ही ठेकेदारों और सरकारी कर्मचारियों की कथित मिलीभगत वाले इस फर्जी बिल घोटाले की खबर पुलिस को दी गई है. वहीं, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन शुरू कर दी है.
जानिए कितनों की मिलीभगत ?
दरअसल, DCP पंकज कुमार पांडे ने संवाददाताओं को बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि गुजरे बरसों में ड्रेनेज लाइन बिछाने के नाम पर इंदौर नगर निगम में ठेकेदारों ने लगभग 58 करोड़ रुपये के फर्जी बिल पेश किए जिनमें से 34 करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान कर दिया गया. उन्होंने बताया कि आरोपियों के बैंक खातों में जमा कुल 70 लाख रुपये के लेन-देन पर रोक लगा दी गई है और कुर्की की कार्रवाई के लिए उनकी संपत्तियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है.
इन लोगों पर कसा गया शिकंजा
DCP ने बताया कि पुलिस का 12 सदस्यीय दल आरोपियों के अन्य बैंक खातों और लॉकर के बारे में भी जांच कर रहा है. इसके अलावा इस फर्जी बिल घोटाले में अब तक छह ठेकेदारों और एक कार्यपालन इंजीनियर समेत पांच सरकारी कारिंदों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में पांच फरार ठेकेदारों की तलाश की जा रही है.
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