
Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर में डॉ इजहार मुंशी का चार मंजिला मकान नगर निगम ने ब्लास्ट कर के गिरा दिया. नगर निगम का आरोप है कि मकान नक्शे के विपरीत बनाया गया था, जबकि डॉ. इजहार का कहना है कि नक्शा पास होने के बावजूद नगर निगम के कर्मचारी 10 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे. कुछ दिन पहले 5 लाख रुपये दिए थे. इसके बाद वह बाकी बचे पैसे मांग रहे थे.
आरोप लगाया है कि बाकी पैसे नहीं देने पर उन्होंने घर ब्लास्ट कर उड़ा दिया, जबकि मामला हाईकोर्ट में लंबित है. अब नगर निगम की इस कार्रवाई को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं. महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी इस कार्रवाई पर चिंता व्यक्त की है.
पास हो चुका था नक्शो तो कैसे तोड़ा मकान?
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यह कार्रवाई की गई, वह प्रथम दृष्टया नियमों के विपरीत प्रतीत होती है. महापौर ने इस मामले में जांच के आदेश देने की बात कही है और मकान मालिक से लिखित शिकायत भी मांगी है. महापौर पुष्यमित्र भार्गव के मुताबिक़ अगर मकान का नक्शा पास हो चुका था तो फिर पूरा मकान कैसे तोड़ा गया? यह गंभीर जांच का विषय है.
अगर भवन में कुछ हिस्सा नियमों के विपरीत बना था, तो केवल उतना ही तोड़ा जाना चाहिए था, न कि पूरा मकान, इसकी हम पूरी जांच कराएंगे और यदि अधिकारी दोषी पाए गए तो उन पर भी कार्रवाई होगी. फिलहाल जिस तरह से महापौर ने इस कार्रवाई का संज्ञान लिया है उससे आने वाले दिनों में कई बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है.
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