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Ratapani Tiger Reserve: भोपाल को टाइगर रिजर्व से मिली नई पहचान, CM के साथ रणदीप हुड्‌डा ने चलाई बाइक

Ratapani Tiger Reserve: रातापानी को लेकर CM ने कहा कि रहस्य, रोमांच, इतिहास और संस्कृति... रातापानी टाइगर रिजर्व में यह सबकुछ समाहित है... यह देश का पहला ऐसा टाइगर रिजर्व है, जो किसी राजधानी से जुड़ा हुआ है और यह हमारे लिए गर्व की बात है.

Ratapani Tiger Reserve: भोपाल को टाइगर रिजर्व से मिली नई पहचान, CM के साथ रणदीप हुड्‌डा ने चलाई बाइक

Ratapani Tiger Reserve Inauguration: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को रातापानी टाइगर रिजर्व (Ratapani Tiger Reserve) के लोकार्पण से नई पहचान मिल गई है. अब इसे टाइगर राजधानी (Tigers in MP) के तौर पर पहचाना जाएगा. मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने इसका लोकार्पण किया. इस अवसर पर बाइक रैली (Bike Rally) का आयोजन किया गया जिसमें फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) भी शामिल हुए. राजधानी के कोलार रोड के गोल जोड़ पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री यादव ने टाइगर रिजर्व का लोकार्पण करते हुए कहा कि हमारे लिए यह गौरव की बात है कि देश की सभी राजधानियों में सिर्फ भोपाल ही ऐसी राजधानी है जिसके आंगन में टाइगर रिजर्व है.

बाइक रैली का आयोजन

CM ने कहा यह गर्व की बात है कि देश में सभी राज्यों की राजधानियों में भोपाल एकमात्र ऐसा शहर है, जहां टाइगर रिजर्व स्थित है. इसके लिए समस्त भोपालवासियों को हार्दिक बधाई. इस मौके पर रातापानी टाइगर रिजर्व की जागरूकता के लिए विरासत से विकास की अनोखी दौड़ बाइक रैली का आयोजन किया गया. इस रैली को मुख्यमंत्री यादव और फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दोनों ने बाइक भी चलाई. मुख्यमंत्री ने कहा मध्यप्रदेश को एक और टाइगर रिजर्व मिलने पर प्रधानमंत्री मोदी का हृदय से अभिनंदन है.

मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर दो दिसम्बर, 2024 को रातापानी को प्रदेश का आठवां टाइगर रिजर्व घोषित किया गया और राज्य शासन द्वारा इसकी अधिसूचना जारी की गई. रातापानी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया का रकबा 763 वर्ग किलोमीटर तथा बफर एरिया का रकबा 507 वर्ग किलोमीटर है. इस प्रकार टाइगर रिजर्व का कुल रकबा 1271 वर्ग किलोमीटर होगा.

रातापानी टाइगर रिजर्व बनने से टाइगर रिजर्व का सम्पूर्ण कोर क्षेत्र रातापानी टाइगर अभयारण्य का इसकी सीमा के भीतर आ जाएगा. इससे ग्रामीणों के वर्तमान अधिकार में कोई परिवर्तन नहीं होगा. इससे स्थानीय ग्रामीणों को पर्यटन से नये रोजगार सृजित होंगे, जिससे आर्थिक लाभ होगा. टाइगर रिजर्व गठित होने से भारत सरकार के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण से बजट प्राप्त होने से वन्य-प्राणियों का और बेहतर ढंग से प्रबंधन किया जा सकेगा. इसके साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को पर्यटन बढ़ने से लाभ प्राप्त होगा. नए टाइगर रिजर्व के साथ अब रोजगार के भी नए अवसर सृजित होंगे.

राज्य को यह आठवां टाइगर रिजर्व मिला है अब तक राज्य में सात टाइगर रिजर्व थे , इनमें कान्हा टाइगर रिजर्व ,बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व, पेंच टाइगर रिजर्व ,पन्ना टाइगर रिजर्व ,सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, संजय टाइगर रिजर्व और नौरादेही टाइगर रिजर्व शामिल है.

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