Road Accident: मध्यप्रदेश के भिंड जिले में ट्रैक्टर-ट्रॉली के एक टूटी पुलिया से नीचे गिर जाने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई. इस हादसे ने न केवल पूरे इलाके को दहला दिया बल्कि प्रशासन की लापरवाही और उदासीनता को भी उजागर कर दिया है. यह हादसा मंगलवार रात करीब नौ बजे लहार-अजनार मुख्य सड़क पर हुआ. लहार थाना प्रभारी शिव सिंह यादव ने बताया कि पीड़ित लहार मंडी से धान बेचकर लौट रहे थे, तभी नानपुरा के पास ट्रैक्टर चालक ने वाहन से नियंत्रण खो दिया. पुलिया के टूटी होने और किनारों के ढहने की वजह से गाड़ी पानी में गिर गई, जिससे उसमें सवार लोग फंस गए. उन्होंने बताया कि कुछ ही मिनटों में ट्रैक्टर-ट्रॉली पानी में डूब गई और उसमें सवार लोग डूब गए.
पुलिस ने खुदाई मशीन बुलाई
इस घटना की सूचना मिलने पर लहार पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर को पानी से बाहर निकालने के लिए खुदाई में इस्तेमाल होने वाली मशीन लगाई गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद गाड़ी को बाहर निकाला गया और बुधवार तड़के तीनों पीड़ितों के शव बरामद किए गए.
जानकारी के अनुसार रावतपुरा सानी गांव के झिंगुरी सिंह और उनका परिवार बीती रात लहार में अपनी धान की फसल बेचकर ट्रैक्टर ट्रॉली से वापस गांव लौट रहा था. रात करीब 9 बजे जब वाहन नानपुरा के पास टूटी पुलिया से गुजर रहा था, तभी ट्रैक्टर अचानक अनियंत्रित होकर सीधा बम्बा में जा गिरा. पानी गहरा होने और पुलिया की टूट-फूट के कारण सवार लोग बाहर नहीं निकल सके और कुछ ही मिनटों में ट्रॉली पानी में डूब गई. हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे की सूचना मिलते ही लहार थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से जेसीबी से ट्रॉली को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया. काफी मशक्कत के बाद तीनों शवों को पानी से बाहर निकाला गया. मृतकों की पहचान 80 साल के झिंगुरी सिंह, 70 साल के बलबीर सिंह और 35 साल के शेविन सिंह की मौत हो गई. इनमें दो सगे भाई और एक पुत्र शामिल हैं. पुलिस ने तीनों के शवों को लहार पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है. हादसे की खबर गांव पहुंचते ही पूरे रावतपुरा सानी गांव में कोहराम मच गया. परिजन घटनास्थल पर पहुंचे तो सभी की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे.
वर्षों से टूटी पुलिया, अनेक हादसों की गवाह
लहार–अजनार रोड इस क्षेत्र की प्रमुख सड़क मानी जाती है. इसी मार्ग पर नानपुरा गांव के पास बम्बा की पुलिया पिछले कई वर्षों से पूरी तरह क्षतिग्रस्त है. पुलिया के किनारों की मिट्टी कटकर बह चुकी है, स्लैब टूट चुके हैं और रात के समय बरसात या धुंध में राहगीरों को गड्ढा बिल्कुल नजर नहीं आता.
ग्रामीणों का कहना है कि यह पुलिया अब तक दर्जनों वाहनों को निगल चुकी है और कई हादसों में लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, लेकिन विभागीय जिम्मेदारों द्वारा इस पुलिया की मरम्मत को लेकर कभी गंभीरता नहीं दिखाई गई. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस पुलिया की स्थिति कई वर्षों से खराब है. हालांकि गांव वालों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों को इसकी दुर्दशा के बारे में जानकारी दी, लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया. ग्रामीणों ने तंज कसते हुए कहा कि क्या प्रशासन तब जागेगा जब यह पुलिया किसी नेता या अफसर की जान ले लेगी? ग्रामीणों के मुताबिक कुछ सालों में इस पुलिया में गिरकर दर्जनों लोग घायल हुए हैं और कई की जान भी गई है, लेकिन आज तक विभाग द्वारा मरम्मत का काम नहीं कराया गया.
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