
Madhya Pradesh News: आमतौर पर इंसान खुद के लिए पक्के और आलीशान घर बनाता है लेकिन मध्यप्रदेश के सतना में जीव दया की अनूठी मिसाल पेश की गई है. खबर है कि सतना के जैन समाजेसवी ने पक्षियों के लिए बेहद खास अपार्टमेंट बनवाया है. साढ़े पांच लाख रुपए की लागत से बनाए गए इस अपर्टमेंट में करीब दो हजार से ज्यादा परिंदे रह पाएंगे. सतना के तिघरा गांव में परिंदों के लिए इस बहुमंजिला अपार्टमेंट को तैयार कराया गया है.
परिंदों के लिए पक्का आशियाना
इस अपार्टमेंट को गुजरात के कारीगरों ने तैयार किया है. इस आशियाने को पक्षियों के अनुकूल बनाया गया है. इस अपार्टमेंट में उनके भोजन, पानी और नहाने तक के इंतजाम किए गए हैं. खबर है कि यहां पर करीब 2000 से ज्यादा पक्षी रह सकेंगे. दयोदय समिति के अध्यक्ष एवं समाजसेवी अभिषेक जैन ने इस अनूठे अपार्टमेंट में अपना योगदान दिया. जिसके बाद गुजरात के राजमिस्त्री के जरिए उनके इस विचार को साकार किया गया.
क्यों बनाए गए यह अपार्टमेंट
बताया जाता है कि आज के दौर में तेजी से शहरों के आकार बढ़ रहे हैं. इस दौरान तमाम तरह के पौधों की कटाई हो रही है. पेड़ कटने से पक्षियों के पक्के आशियाने खत्म हो रहे हैं. जिससे पक्षियों के पास रहने का संकट खड़ा हो गया है. इससे पक्षियों में पलायन हो रहा है. इन सब से उन्हें बचाने के लिए इस तरह के अपार्टमेंट तैयार किए गए हैं ताकि वहां पर पक्षी आसानी से रह सकें.
मौसम के अनुकूल रहेंगे के आवास
पक्षियों के इस आवास हर मौसम को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं. छह मंजिला इमारत में खास तरह से ब्लॉक तैयार किए गए हैं ताकि पक्षियों को ठंडी, गर्मी, बरसात और धूलभरी आंधियों के कहर से बचाया जा सके. हर ब्लॉक में लगभग 250 से 300 पक्षी रह सकेंगे. इसके लिए बाहर से खास तरह के ब्लॉक मंगवाए गए हैं जिनके अंदर का तापमान मौसम के अनुकूल रहेगा.
टॉवर पर पक्षियों को आकर्षित करेगा मयूर
पक्षी अपार्टमेंट की सबसे ऊंचे टॉवर पर घूमता हुआ मयूर लगाया गया है ताकि उसे देखकर पक्षी आकर्षित हों और इस अपार्टमेंट को अपने आवास के तौर पर चुन सकें. परिंदों को बचाने की इस मुहिम के तहत उनके चुगने के लिए सीजन फल, दानों और फूलों को भी परिसर में रोपा गया है ताकि उन्हें प्राकृतिक तौर पर अपना भोजन भी जरूरत के हिसाब से मिल सके.
57 फिट है टॉवर की उंचाई
जानकारी के लिए बता दें कि पक्षियों का यह अपार्टमेंट लगभग 57 फिट ऊंचा है. इसकी नींव 11 फिट गहरी है. टॉवर में कुल छह मंजिल बनाई गईं हैं. साथ ही इसमें अलग से दाना चुगने के लिए चबूतरा, टंकी और स्वीमिंग पूल का बनाया जा रहा है. एक घरौंधे में चार से छह पक्षी अपना घोंसला तैयार कर सकते हैं. साथ ही इसे आम जनता के लिए भी खोल दिया गया है.
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