मध्य प्रदेश में मानसून का रौंद्र रुख देखने को मिल रहा है, जिसके चलते प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. चारों तरफ जलमग्न हैं. नदी-नाले भी उफान पर है. भारी बारिश के चलते अधिकांश डैम में पानी लबालब भर गया है. वहीं अब तक मध्य प्रदेश में कुल 200 लोगों की मौत और लगभग 641 पशु हानि हुई है. 206 मकानों को क्षति पहुंची है. हालांकि प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं.
मध्य प्रदेश में अब तक 14 फीसदी अधिक बारिश
मध्य प्रदेश में 03 अगस्त तक 548.9 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो औसत से 14 फीसदी अधिक है. वहीं अगले 3 दिनों तक संपूर्ण प्रदेश में मानसून सक्रिय रहने की संभावना है. आज यानी रविवार को भी लगभग पूरे प्रदेश में वर्षा हो रही है. मौसम विभाग ने भोपाल, विदिशा, सागर, दमोह, रायसेन, गुन, अशोकनगर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, जबलपुर, कटनी, और देवास जिलों में अतिभारी वर्षा की पूर्वानुमान जारी किया है. वहीं अन्य जिलों में भी भारी से हल्की वर्षा की संभावना है.
मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते ज्यादातर बांध 60-80 फीसदी क्षमता तक भर चुके हैं.
MP में बारिश से आफत, अब तक 200 लोगों की गई जान
मध्य प्रदेश में अब बारिश से आफत बनी हुई है. पूरा प्रदेश जलमग्न हो गया है. राज्य के अधिकांश डैम पानी से लबालब भर चुका है. वर्तमान में बरगी (जबलपुर) के 09 गेट, बाणसागर (टीकमगढ़) के 06 गेट, और कई अन्य बांधों के गेट भी खोल दिए गए हैं. वहीं प्रदेश में बारिश ने 200 लोगों की जान भी ले चुकी हैं.
कटनी में बाढ़ पीड़ितों के लिए 2 कैंप संचालित, शिवपुरी में जलस्तर बढ़ने से फंसे 8 लोग
मध्य प्रदेश के कटनी में बारिश का कहर जारी है. हालांकि जिले की ढीमरखेड़ा तहसील में बाढ़ प्रभावितों के लिए 02 कैंप संचालित किए गए हैं, जिनमें 290 लोगों को रखा गया है. सागर जिले में 01 कैंप में 25 लोगों को रखा गया है. वहीं विभिन्न जिलों में राहत और बचाव कार्य भी जारी है. शिवपुरी तहसील पोहरी के केदारेश्वर मंदिर पर सरकुला नदी में जल स्तर बढ़ने से 8 लोग फंसे हुए हैं. पुलिस और राजस्व टीम मौके पर हैं.
मध्य प्रदेश के इन जिलों में चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
हरदा, रायसेन, छिंदवाड़ा, खरगोन, बालाघाट, सागर, सीहोर, उमरिया, और पन्ना में विभिन्न बाढ़ और डूबने की घटनाओं पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं. शिवपुरी, शहडोल, और भोपाल में भी विभिन्न बचाव कार्य किए जा रहे हैं.
हरदा जिला के तहसील हांदिया अंतर्गत ग्राम झुगररया- मनोहरपुर, अजनई-बमनई, गांधई खेड़ी-घोड़ कुण्ड रोड पर बने रपटों पर पानी होने से मार्ग बंद है. रातभर से बारिश हो रही है. नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है. हरियाली अमावस्या के चलते किनारे के गांवों में घाट पर नहाने से रोक दिया गया है. इधर, रायसेन में नाले में 2 व्यक्तियों के बहने की सूचना पर सर्चिंग जारी है. नर्मदा नदी में 01 व्यक्ति के कूदने और नाले में 01 बच्चे के डूबने की सूचना पर सर्चिंग जारी है.
इन जिलों में भी राहत बचाव कार्य जारी
छिंदवाड़ा जिला: पेंच नदी में 01 व्यक्ति के डूबने की सूचना पर सर्चिंग जारी है.
खरगोन जिला: 01 व्यक्ति नर्मदा नदी में नहाने गया था. उसके डूबने की सूचना पर रेस्क्यू कार्य जारी है.
बालाघाट जिला: सांगडी नाले में एक अज्ञात महिला का शव बहने की सूचना पर सर्चिंग जारी है.
सीहोर जिला: ग्राम दिदगवास की से चमेटी मार्ग बंद है. बैरिकेट लगाए गए हैं. कोटवार तैनात है. नर्मदा नदी में 01 महिला के कूदने की सूचना पर सर्चिंग जारी है.
रीवा: 3 अगस्त 2024 को दोपहर 3-3:15 बजे रीवा जिले की मनगवां तहसील के ग्राम गढ़ में अशासकीय सनराइज विद्यालय के समीप बाउंड्री वॉल गिरने से 04 बच्चों की मृत्यु हुई है. 01 बच्चा और 01 महिला घायल हैं और उनका उपचार चल रहा है. तकनीकी समस्या के चलते जंगली क्षेत्र जलभराव में फंसे 12 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
शहडोल जिला: 02 अगस्त 2024 को शाम लगभग 7 बजे अतिवृष्टि के कारण निर्मित ब्योहारी न्यू सपोर्ट मार्ग के चैनल में झरने पर 35 वर्ष पुराना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. यतायात पूरी तरह से बंद हो गया है. दुर्गा माता मंदिर के पास बरसात का पानी भर जाने से कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम घटनास्थल पर पहुंची और स्थिति सामान्य कर दी गई. फ्लड पंप की सहायता से पानी खाली किया गया.
भोपाल जिला: ईदगाह हिल्स में NDRF कार्यालय की बाउंड्री वॉल गिर गई है. जनहानि नहीं हुई है.
उमरिया जिला: 01 व्यक्ति के डूबने की सूचना पर सर्चिंग जारी है.
पन्ना जिला: जलभराव के कारण एक ट्रक के फंसने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा ड्राइवर और उसके सहयोगी को सकुशल निकाला गया.
सिंगरौली जिला: जलभराव होने पर 25 लोगों के फंसे होने की सूचना पर SDRF टीम द्वारा सभी को सुरक्षित निकाला गया.
कटनी जिला: गर्रा घाट में अभी पुल के किनारे से नदी बह रही है. सभी नदी नालों में पानी बढ़ा है. रास्ते बंद हैं. जिले में अत्यधिक वर्षा के कारण कुछ स्थानों में जलभराव की स्थिति निर्मित हुई है. जलभराव वाले क्षेत्रों में विभागों से सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेट और कर्मचारी तैनात किए गए हैं. किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है.