डिंडोरी जिला मुख्यालय समेत आसपास के इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जिले के सभी नदी नाले उफ़ान पर हैं. नर्मदा की सहायक नदियां खरमेर, बुढ़नेर, सिवनी और चकरार नदी में बाढ़ के चलते नर्मदा नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. आलम यह है की जिला मुख्यालय स्थित नर्मदा तट पर बने छोटे मंदिर व घाट पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं तो वहीं बड़े मंदिरों को डुबोने के लिए नर्मदा बेताब नजर आ रही है. अगर आज भी बारिश का दौर जारी रहा तो नर्मदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच सकता है.
सतर्क रहने की चेतावनी जारी
नर्मदा नदी के जलस्तर को बढ़ते देख नगर परिषद ने मुनादी कर लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को खासतौर पर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है. बता दें कि नदी का जलस्तर बढ़ने पर निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन जाती है. हालांकि नगर परिषद के कर्मचारी इंतज़ाम में जुट हुए हैं.
अलर्ट मोड पर एसडीआरएफ के जवान
कलेक्टर विकास मिश्रा और पुलिस अधीक्षक वाहिनी सिंह जिले में बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस, होमगार्ड और एस डी आर एफ के जवानों को अलर्ट रहने के लिए निर्देश दिया गया है. एहतियात के तौर पर नर्मदा तट के पास होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है.
नर्मदा का रौद्र रूप देखने उमड़ा लोगों का हुजूम
शनिवार की देर शाम जैसे ही नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ने की जानकारी स्थानीय लोगों को लगी, वैसे ही तेज बारिश के बावजूद भी लोग नर्मदा नदी का रौद्र रूप देखने तट के किनारे पहुंच गए. हालांकि प्रशासन ने लोगों से अपील की कि वो बेवजह नदी के पास न जाए.
प्रशासन ने उफना रहे नदी नालों से दूर रहने की अपील की
जिले के सभी नदी नाले उफ़ान पर हैं. हालांकि बाढ़ के वाबजूद लोग जान जोखिम में डालकर उफनते नदी नालों को पार करते हुए नजर आ रहे हैं. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वो बेवजह नदी नालों के पास न जाए और उफ़नते हुए नदी नालों को पार न करें. फिर भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग लापरवाह बने हुए हैं.