मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक शहर ग्वालियर का “पर्यटन मास्टर प्लान” तैयार किया जाएगा. इसे लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. इसका विस्तृत ब्लूप्रिंट तैयार करने के लिए जिला कलेक्टर रुचिका चौहान ने संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और पर्यटन मास्टर प्लान में सहयोग करने के निर्देश दिए.
पर्यटन मास्टर प्लान तैयार करने के लिए शासन द्वारा IPE ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को कंसलटेंट नियुक्त किया गया है. इस मास्टर प्लान में हैरीटेज, वाइल्ड लाइफ और जंगल सफारी, वाटर स्पोर्ट्स टूरिज्म को शामिल करते हुए ग्वालियर के पर्यटन विकास की रूपरेखा तैयार की जा रही है.
बैठक का हुआ आयोजन
इसे लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई. बैठक में बताया गया कि तिघरा क्षेत्र में वाटर टूरिज्म के लिए लगभग 200 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है. शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों बारादरी, बैजाताल और महाराज बाड़ा को भी पर्यटन मास्टर प्लान में शामिल किया जाएगा. कलेक्टर रुचिका चौहान ने संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट, भदावना और एशिया के सबसे बड़े मिट्टी के बांध हरसी को रूरल टूरिज्म के रूप में विकसित कर पर्यटन मास्टर प्लान में शामिल करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं.