Gwalior News: ग्वालियर का गांधी प्राणी उद्यान (ZOO) बेहद मशहूर है. इस चिड़ियाघर को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं. इसी चिड़ियाघर में बीती रात एक मादा शावक की मौत हो गई. खबर है कि यह अभी महज साढ़े चार माह की थी जिसकी मौत कार्डियक अरेस्ट के चलते हो गई. मौत के बाद से मांद में शोक की लहर फैल गई. यह छोटी मादा शावक अठखेलियों से जू में आने वाले पर्यटकों खासकर बच्चों को बहुत रिझाती थी. मालूम हो कि जू में एक साथ तीन शावकों ने जन्म लिया था. अपनी बहन के न दिखने से उंसके साथ जन्म लेने वाले दोनो शावक आज बेचैन नजर आए.
दुर्लभ प्रजाति का सफेद टाइगर था
चिड़िया घर पहुंचे DFO नितेश पांडे ने बताया कि मृत मादा शावक अभी महज साढ़े चार महीने की थी और उसे कोई बीमारी नही थी. हालांकि मौत की सही वजह का पता तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा लेकिन प्रथम दृष्टया जो लक्षण है....उससे लग रहा है कि इसके निधन की वजह कार्डियक अरेस्ट है. वहीं आपको बता दें कि मृत शावक न केवल देश बल्कि दुनिया में दुर्लभ प्रजाति की सफेद शावक थी जिसके लिए रीवा मशहूर है.
तय मानकों के साथ हुआ अंतिम संस्कार
वन्य प्राणियों के लिए तय मानकों (SOP) के तहत आज सुबह पहले विशेषग्यों ने मृत मादा शावक का पोस्टमार्टम किया गया और उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार के समय नगर निगम के अनेक अधिकारी और चिड़िया घर के सभी कर्मचारी मौजूद थे और सभी की आंखे नम थीं क्योंकि जन्म से लेकर अब तक उन्होंने उसके साथ समय गुजारा था. अप्रैल में एक मादा ने एक साथ तीन शावकों को जन्म दिया था जिनमें से यह मादा सफेद प्रजाति की थी.
यह भी पढ़ें : ग्वालियर : कांग्रेस विधायक को MP -MLA कोर्ट ने किया बरी, करोड़ो की धोखाधड़ी को लेकर हुई थी FIR