
Gwalior Lokayukta Health Officer Bribe: ग्वालियर में लोकायुक्त ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधीक्षक राजेश सक्सेना को रंगे हाथों पकड़ लिया. यह मामला अनुकंपा नियुक्ति से जुड़ा था. आरोपी राजेश ने एक सफाई कर्मी महिला से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. इस मांग की पहली किश्त 25 हजार रुपये लेते हुए लोकायुक्त ने निगम कर्मी को पकड़ लिया.
दरअसल, सफाई कर्मी पूरन का कुछ समय पहले निधन हो गया था. उनके स्थान पर उनकी बेटी वर्षा घेंघट की अनुकंपा नियुक्ति होनी थी, इसके बदले स्वास्थ्य कार्यालय में अधीक्षक राजेश ने वर्षा के पति अंशु से एक लाख रुपये की मांग की थी. अंशु ने तुरंत लोकायुक्त में इसकी शिकायत की. लोकायुक्त ने शिकायत की जांच की और पाया कि रिश्वत मांगने की शिकायत सही थी. इसके बाद टीम ने जाल बिछाकर कार्रवाई की.
रिश्वत लेने का तरीका और गिरफ्तारी
एसपी लोकायुक्त निरंजन शर्मा ने बताया कि पीड़िता ने शिकायत की थी कि उनकी अनुकंपा नियुक्ति के लिए एक लाख रुपये की मांग की थी. आरोपी अधीक्षक ने गेंडे वाली सड़क स्थित दफ्तर पर रिश्वत के लेनदेन के लिए पीड़िता को बुलाया था. शिकायत के बाद लोकायुक्त की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी अधीक्षक और और उसके सहयोगी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
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आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
लोकायुक्त एसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 7, पीसी एक्ट 1988 (संशोधित 2018) के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस कार्रवाई में निरीक्षक पीएस बैन, निरीक्षक अंजलि शर्मा, निरीक्षक अभिषेक वर्मा, प्रधान आरक्षक देवेन्द्र पवैया, हेमंत शर्मा, मनोज कुशवाह, आरक्षक राजेन्द्र सिंह, प्रशांत सिंह, विनोद शाक्य, सुनील राजपूत और रवि सिंह शामिल रहे.