
Fake candidate caught in Gwalior: मध्य प्रदेश में लाख कोशिशों के बावजूद भी परीक्षाओं में नकल थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला ग्वालियर (Gwalior) उप नगर इलाके में स्थित एक कॉन्वेंट स्कूल का है. यहां माध्यमिक शिक्षा मंडल (Board of Secondary Education) की हाईस्कूल बोर्ड की परीक्षा में दूसरे के स्थान पर पेपर देते हुए एक परीक्षार्थी पकड़ा गया है. इस मामले में परीक्षा अधीक्षक ने पुलिस को सूचना दी और उसके बाद पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
ऐसे हुआ खुलासा
दरअसल इस समय स्टेट बोर्ड की हाई स्कूल की परीक्षाएं चल रही हैं. ग्वालियर उप नगर इलाके में स्थित कॉन्वेंट स्कूल में भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है. हरिओम कॉन्वेंट स्कूल (Hariom Convent School) के छात्र जिसका रोल नम्बर 141450169 का सेंटर भी सीबीएस हायर सेकेंडरी स्कूल में था. विज्ञान के पेपर के दौरान आकस्मिक निरीक्षण के दौरान संभागीय फ्लाइंग स्क्वायड वहां पहुंची हुई थी. स्कूल के कक्ष नम्बर 11 में जांच के दौरान उन्हें परीक्षा दे रहे एक परीक्षार्थी की उम्र कुछ ज्यादा दिखी तो उन्होंने बोर्ड के एप्प के जरिए दस्तावेजों की जांच की. नामांकित छात्र की उम्र साढ़े सत्रह साल निकली. फोटो का मिलान चेहरे से करते ही सारा मामला खुल गया.
मामला उजागर होते ही हुई बहस
जैसे ही मामला उजागर हुआ तो टीम ने उससे एडमिट कार्ड के फोटो से शक्ल का मिलान न होने की बात कही तो उसने सफाई देते हुए कहा कि यह फोटो पुराना है. शुरू में तो वह इसी बात पर अड़ा रहा कि वह सही परीक्षार्थी है और अपनी ही परीक्षा दे रहा है. लेकिन काफी बहस के बाद आखिरकार उसने स्वीकार कर लिया कि वह अपने दोस्त के स्थान पर पेपर देने आया है. अब तक चार पेपर दे चुका है. इस मामले में परीक्षा केंद्र अधीक्षक से लेकर परीक्षा में ड्यूटी करने वाले शिक्षकों तक की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. पकड़े गए युवक ने बताया कि दोस्त की जगह शुरू से ही वह एग्जाम दे रहा है. वह चार पेपर दे चुका था लेकिन पांचवे में पकड़ गया.
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युवक ने दी ये सफाई
पकड़े गए युवक ने बताया कि वह 19 साल का है और इंटर की परीक्षा पास कर चुका है। इस वर्ष उसका दोस्त इंटर में था. लेकिन परीक्षा के पहले वह अचानक बीमार पड़ गया.उसका एक साल खराब न हो इसलिए वह उसकी जगह परीक्षा देने आ गया. CSP नागेंद्र सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग ने इस घटनाक्रम की सूचना और सारे दस्तावेज उन्हें उपलब्ध कराए और उसके बाद केंद्र अध्यक्ष सूरतराम सरल की शिकायत पर आरोपी संजय के खिलाफ धोखाधड़ी,आपराधिक षड्यंत्र और मध्यप्रदेश परीक्षा अधिनियम की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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