MP Blood Wastage Incident: ग्वालियर के डबरा से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है. जिस खून की एक-एक बूंद किसी की जान बचा सकती है, वही कई यूनिट्स खून खुलेआम कचरे के ढेर में मिले. हालत यह थी कि उन ब्लड बैग्स को स्ट्रीट डॉग्स नोंचते हुए दिखे. यह दृश्य देखकर लोगों में गुस्सा और अफसोस दोनों है. अब सवाल उठ रहा है कि आखिर ब्लड बैंक की व्यवस्था इतनी लापरवाह कैसे हो गई?
डबरा ब्लड बैंक पर उठे सवाल
घटना के बाद शक की सुई डबरा स्थित रेडक्रॉस ब्लड बैंक की ओर घूम गई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह वही ब्लड बैंक है जहां लोगों से ब्लड डोनेट कराया जाता है, लेकिन जरूरत के समय मरीजों को ब्लड देने में आनाकानी की जाती है. अब यह संदेह जताया जा रहा है कि एक्सपायर ब्लड को ठिकाने लगाने के लिए स्टाफ ने इन्हें कचरे में फेंक दिया.
नागरिक बोले- रक्तदाताओं का अपमान
स्थानीय नागरिकों ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि लोग नेक नीयत से ब्लड डोनेट करते हैं ताकि किसी जरूरतमंद की जान बच सके, लेकिन जब वही ब्लड इस तरह कचरे में फेंका जाता है, तो यह न केवल व्यवस्था की नाकामी है बल्कि रक्तदाताओं के विश्वास का भी अपमान है.
प्रशासन की टीम मौके पर
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन, रेडक्रॉस और स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. सभी ब्लड बैग्स को जब्त कर लिया गया है. हालांकि, अब तक किसी अधिकारी ने इस मामले पर खुलकर बयान नहीं दिया है. टीम यह जांच कर रही है कि आखिर ब्लड बैंक से इतने सारे ब्लड बैग्स कचरे में कैसे पहुंचे.
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सीएमएचओ बोले- जांच होगी, दोषी नहीं बचेंगे
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने इस घटना की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है और इसकी जांच शुरू कर दी गई है. दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने भरोसा दिलाया कि ब्लड की बर्बादी जैसे मामलों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
व्यवस्था पर उठे गंभीर सवाल
यह घटना सिर्फ डबरा या ग्वालियर की नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर सवाल उठाती है. एक ओर लोग ब्लड डोनेशन कैंप में कतार लगाकर खून दान करते हैं, वहीं दूसरी ओर खून की यूनिट्स इस तरह बर्बाद की जा रही हैं. यह घटना प्रशासन और ब्लड बैंक दोनों के लिए आईना है कि जिम्मेदारी निभाने में अब और लापरवाही नहीं चलेगी.
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