
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के धार (Dhar) जिले के मनावर क्षेत्र के ग्राम महोली में रविवार को एक खास नजारा देखने को मिला. दरअसल, यहां विदेश से आए मेहमान आदिवासी किसानों की पारंपरिक खेती के तौर-तरीकों को देखने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ग्रामीण विकास की कई परियोजनाओं का अवलोकन किया और पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ पौधारोपण भी किया.
मनावर के नजदीक ग्राम महोली में रविवार को आईडीएच और लोटस फाउंडेशन के विदेशी प्रतिनिधियों का दल पहुंचा. लोटस फाउंडेशन ब्राजील से ग्राज़ियल और आईडीएच टीम की अमेरिका से अलाइन, सुभद्रा और अमोल गवांडे ने ग्रामीण इकाई का दौरा किया. विदेशी मेहमानों ने डेवलपमेंट सपोर्ट सेंटर की ओर से किए जा रहे जनहित कार्यों का निरीक्षण किया. इनमें कॉमन लैंड प्लांटेशन, पीआईएम, बायो रिसोर्स सेंटर और डेमो कृषि प्लॉट शामिल थे. उन्होंने पारंपरिक खेती के इन प्रयासों की सराहना करते हुए ग्रामीण विकास में स्थानीय भागीदारी को प्रेरणादायक बताया.
लोगों में दिखी खुशी
गांव के लोग विदेशी मेहमानों को देखने के लिए उत्साहित नज़र आए और इस दौरान उन्होंने अतिथियों के साथ सेल्फी भी ली. कार्यक्रम के अंत में संस्था के महेश कोटे ने सभी का आभार व्यक्त किया.
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ग्राम महोली में रविवार का दिन सिर्फ खेती-किसानी के पारंपरिक ज्ञान को साझा करने का ही नहीं, बल्कि पर्यावरण और ग्रामीण विकास के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग का भी उदाहरण बन गया. दरअसल, इस मौके पर "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत ग्राम महोली की शासकीय भूमि पर नीम, पीपल और बरगद की त्रिवेणी का पौधा रोपण किया गया. कार्यक्रम में मनावर कृषि विभाग के एसडीओ ज्ञान सिंह सोलंकी, एसओडीओ महेश बर्मन, शासकीय विद्यालय के अध्यापक, डीएससी संस्था के अनिल श्रीवास, ग्राम सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायक और बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे.
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