
Politics On GST Cut: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को देश के नाम संबोधन में जीएसटी की दरों (GST Rate Cut) में की गई कटौती के फायदे बताए. उन्होंने कहा कि इससे जहां लोगों की क्रय क्षमता बढ़ेगी वहीं देश की विकास को भी रफ्तार मिलेगी. वहीं, कांग्रेस (Congress) ने सरकार के इस फैसले को कटघरे में खड़ा करना शुरू कर दिया है.
इसी कड़ी में पहले मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार का बड़ा बयान सामने आया है. धार जिले में मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार की जीएसटी नीति को लेकर तीखे सवाल उठाए. सिंघार ने कहा कि पीएम मोदी ने 2017 से लेकर 2024 तक 28 प्रतिशत जीएसटी की गलत दर लागू कर जनता से लाखों-करोड़ों रुपये वसूल किए हैं. अब जबकि जीएसटी में बदलाव और दरों में कमी की बात हो रही है, तो क्या प्रधानमंत्री जनता को यह बताएंगे कि इन सात वर्षों में जो भारी-भरकम टैक्स की राशि जमा की गई, वह वापस की जाएगी या नहीं?
इन मुद्दों पर सरकार से मांगा जवाब
सिंघार ने कहा कि व्यापारियों, छोटे उद्योगों और आम उपभोक्ताओं ने इस टैक्स के बोझ से काफी नुकसान झेला है. कई उद्योग बंद हुए, रोजगार प्रभावित हुआ और महंगाई लगातार बढ़ती गई. ऐसे में केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर स्पष्ट जवाब देना चाहिए.
'हिसाब जनता को देना ही होगा'
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम 5 बजे देश के नाम संबोधन दिया. इस संबोधन में आर्थिक मुद्दों और विशेष रूप से जीएसटी की दरों पर चर्चा की. इसी संदर्भ में अब विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कहा कि यह केवल टैक्स का मामला नहीं, बल्कि जनता के विश्वास से जुड़ा सवाल है. अगर सरकार ने गलत दरों पर टैक्स वसूला है, तो इसका हिसाब जनता को देना ही होगा.
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इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है. भाजपा नेताओं का कहना है कि विपक्ष केवल मुद्दों को भटका रहा है, जबकि कांग्रेस इसे जनता के हितों से जुड़ा बड़ा सवाल मान रही है.
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