
Madhya Pradesh Teachers E Attandence: इंदौर में ई-अटेंडेंस (E-Attandence) को लेकर जिले भर के शिक्षकों ने कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर जमकर विरोध किया. दरअसल, 1 जुलाई से प्रदेश घर के शिक्षकों को अब अपने मोबाइल से ही अटेंडेंस (MP Teacher Mobile Attandence) से उपस्थिति दर्ज करना पड़ेगी. इसके विरोध में इंदौर जिले भर के सरकारी शिक्षक और शिक्षिकाएं इंदौर के कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.
उन्होंने मांग की है कि शिक्षकों के अलावा भी दूसरे डिपार्टमेंट में भी अटेंडेंस की सुविधा ऐसे ही हो. आगे उन्होंने मांग की कि हमें ही क्यों टारगेट किया जा रहा है. हमें चोर और मक्कार समझा जाता है, जबकि हम राष्ट्र निर्माता हैं. अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो प्रदेश भर के शिक्षक हड़ताल पर चले जाएंगे.
तो फिर सभी विभागों में अटेंडेंस की सुविधा
धरना दे रहे शिक्षक हरीश बताते हैं कि इस देश में सबसे अधिक गुरू का सम्मान है, पर मंत्रियों को इतना भ्रमित कर दिया गया कि शिक्षकों का सम्मान और स्वाभिमान चौराहे पर ला खड़ा कर दिया. सब इसलिए परेशान हैं, क्योंकि हमे समाज के सामने चोर और मक्कार बताया जा रहा है. हमारे पूर्वजों ने भी शिक्षक का कार्य किया है. आज भी शासकीय विद्यालय का रिजल्ट प्राइवेट से बेहतर रहा है. हम ई-अटेंडेंस का विरोध नहीं कर रहे, पर जिस तर्ज पर इसे लाया गया है वो गलत है. यहीं अटेंडेंस सभी विभागों में एक साथ शुरू करनी चाहिए, सिर्फ शिक्षकों पर ही क्यों?
मोबाइल पर लगानी होगी अटेंडेंस
शिक्षकों की मांग है कि यहीं अटेंडेंस प्रणाली सभी डिपार्टमेंट में लगाई जाए. लोक शिक्षण विभाग ने नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसके मुताबिक 1 जुलाई से सभी शिक्षकों को अब अपने मोबाइल ऐप पर अटेंडेंस लगानी होगी. इसके विरोध में कलेक्टर कार्यालय पर मुख्यमंत्री के नाम 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौपने पहुचें थे.
पूरे प्रदेश में करेंगे आंदोलन
शिक्षक प्रवीण यादव ने मीडिया से बात करते हुए बोला शिक्षकों से सिर्फ शिक्षण के काम करवाए जाएं. हमें बीएलओ और सर्वे से मुक्त किया जाए. अगर मांगें नहीं मानी जाएंगी तो पूरे प्रदेश के शिक्षक उग्र आंदोलन करेंगे.
ये भी पढ़ें- कलेक्टर ने लौटाया 1000 कुंटल अनाज, फफूंद और घटिया अनाज को राशन में बांटने की थी तैयारी