देश का पहला जिओ म्यूजियम ग्वालियर (Geological Museum in Gwalior) में बनकर तैयार हो गया है. लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत से बना ये म्यूजियम देश मे एकदम अनूठा है. साथ ही भूगर्भ से जुड़े कई रहस्य भी उजागर होंगे. ये न केवल देश बल्कि दुनियाभर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा. माना जा रहा है कि फरवरी के अंतिम या मार्च के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री के प्रस्तावित ग्वालियर (PM Modi Visit to Gwalior) दौरे के दौरान पीएम मोदी इसका उदघाटन कर सकते है.
नरेंद्र सिंह तोमर ने रखा था जियोलॉजिकल म्यूजियम की आधारशिला
देश के पहले और इकलौते जियोलॉजिकल म्यूजियम की आधारशिला वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने 9 मार्च, 2019 को तब रखी थी जब वो केंद्रीय खनन मंत्री थे. ये जियो साइंस म्यूजियम शहर के हृदय स्थल महाराज बाड़ी पर हेरिटेज विक्टोरिया बिल्डिंग में तैयार किया गया है. वहीं 35 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो चुका जिओ गैलरी को बीते दिनों जिओलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) को सौंपा गया है.
जानें जिओ म्यूजियम ग्वालियर की खासियत
इस म्यूजियम में दो गैलरी बनाई गई है. इनमें से एक गैलरी एवोल्यूशन ऑफ अर्थ और दूसरी गैलरी एवोल्यूशन ऑफ लाइफ पर केंद्रित हैं. जिसमें पृथ्वी का जन्म, डायनासौर का दौर, पृथ्वी का सेंट्रल कोर, दुनिया भर के बेशकीमती जेम्स स्टोन से जुड़ी जानकारियां मिल सकेंगी. इसमें ज्वालामुखी से लेकर अन्य भूगर्भ से जुड़ी गतिविधियों से जुड़ी तमाम जिज्ञाषाएं मिलेगी.
दरअसल, देश के पहले जीव साइंस म्यूजियम में ये जान सकेंगे कि पृथ्वी का जन्म कैसे हुआ? पृथ्वी गोल क्यों है? पृथ्वी पर जीव की उत्पत्ति कैसे हुई है? इसके साथ ही पृथ्वी पर भूकंप कब और कैसे आता है? वही पृथ्वी पर डायनासोर कब पैदा हुए और कैसे खत्म हुए? इस सब की जानकारी जियो साइंस म्यूजियम में मिलेगी. इसके अलावा जियो साइंस म्यूजियम में कई दुर्लभ वस्तुएं देखने को मिलेगी.
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