
धार्मिक नगरी चित्रकूट की पवित्र नदी मंदाकिनी उफान पर है. बुधवार से लगातार हो रही बारिश के चलते मंदाकिनी नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. वहीं गुरुवार को मंदाकिनी नदी पर बना आरोग्यधाम पुल भी डूब गया. बीते 24 घंटो से हो रही बारिश की वजह से चित्रकूट के दुकानदारों व आम जन को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं रामघाट पर बनी दुकानों में भी पानी भर गया है.
अलर्ट पर एसडीआरएफ की टीम
पिछले 24 घंटो से लगातार हो रही बारिश के चलते मंदाकिनी तट के किनारे एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई है.
जिला प्रशासन ने शुरुआती चरण में 2 टीम को तट के समीप उतार दिया है. इस दौरान सभी पर नजर रखी जा रही है. लोगों को नदी की ओर न जाने की हिदायत दी जा रही है. बाढ़ प्रभावित पुल पुलियों के रास्ते बंद कर दिए गए हैं. हालांकि जरूरत पड़ने पर सुरक्षा घेरे के साथ आवागमन की अनुमति दी जा रही है. नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए चित्रकूट एसडीओपी सिंघाई आशीष जैन ने अपने दल के साथ लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और लोगों को नदी की ओर न जाने की हिदायत दी है. इसके अलावा तैनात की गई टीमों को भी निर्देशित किया गया है कि किसी भी तरह की जानकारी मिलने पर तुरंत रिस्पांस दें ताकि लोगों को सुरक्षित किया जा सके.

चित्रकूट में लगातार कई घंटों की मूसलाधार बारिश के बाद मंदाकिनी नदी में बाढ़ से हालात हो गए
बारिश का दौर जारी
पिछले कई दिनों से सतना में भी लगातार बारिश हो रही है. जिसके चलते लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खास तौर पर चित्रकूट के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है. रजौला से लेकर ग्रामोदय विश्वविद्यालय और स्फटिक शिला मोड़ से लेकर आरोग्यधाम तक चौतरफा जलभराव देखा जा रहा है. अभी भी बारिश का दौर चल रहा है ऐसे में चित्रकूट में रह रहे लोगों को आगे भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
सीवर से सड़कों का सत्यानाश
चित्रकूट के वासियों को हो रही मुश्किलों के लिए जितनी तेज बारिश जिम्मेदार है उससे कहीं अधिक सीवर प्रोजेक्ट परेशानी का सबब बना है. सीवर लाइन का काम जिस कंपनी को दिया गया था उसने सड़कों को खोदकर सत्यानाश कर दिया है और अब वही गड्ढे लोगों के लिए आवागमन में बाधक बने हुए हैं.

गड्ढे की वजह से लोगों को हो रही परेशानी
चित्रकूट एसडीओपी आशीष जैन ने बताया कि लगातार हो रही बारिश की वजह से मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ा है. एमपी और यूपी में तेज बारिश हो रही है जिससे दो प्रमुख घाट डूब चुके हैं. दोनों ही घाटों पर टीमें तैनात कर दी गई है. इसके अलावा स्थानीय गोताखोरों को भी अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. संवेदनशील स्थलों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित है.