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महिला कॉन्स्टेबल का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, शिप्रा नदी में कार में मिला था शव

उज्जैन में शिप्रा नदी के बड़े पुल से कार गिरने की घटना में शामिल महिला कॉन्स्टेबल आरती पाल का बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. उनकी कार और शव मंगलवार को शिप्रा नदी से बरामद हुए थे.

महिला कॉन्स्टेबल का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, शिप्रा नदी में कार में मिला था शव

मध्य प्रदेश के उज्जैन में महिला कॉन्स्टेबल (आरक्षक) का बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया. हादसे के दिन दिन बाद कॉन्स्टेबल का शव शिप्रा नदी से बरामद हुआ था. इसी के साथ बड़े पुल पर हुए हादसे के मामले चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.

बता दें कि शनिवार रात 8:55 बजे जूना सोमवारिया से बड़नगर रोड पर जा रही कार पुल से नदी में गिर गई थी. घटना के पांच घंटे बाद पता चला कि कार में उन्हेल टीआई अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और आरक्षक आरती पाल थे. शर्मा और निनामा के शव सोमवार को मिल गए थे, लेकिन कॉन्स्टेबल आरती का शव और कार मंगलवार को मिली.

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इसके बाद आरती का बुधवार को पोस्टमॉर्टम कराया गया और चक्रतीर्थ पर अंतिम संस्कार कर दिया, जहां पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया था. वहीं, एडीजीपी उमेश जोगा, डीआईजी नवनीत भसीन, एसपी प्रदीप शर्मा ने सैल्यूट किया. मौकेपर कलेक्टर रोशन कुमार सिंह और नगर निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा भी मौजूद थे. इस दौरान कई पुलिसकर्मी अपने आंसू नहीं रोक पाए.

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हादसे के लिए प्रशासन जिम्मेदार

हादसा जीवजीगंज थाना क्षेत्र में हुआ था. इस क्षेत्र में बड़ा पुल, ऋणमुक्तेश्वर, विक्रांत भैरव, काल भैरव और गंगा तीर्थ पुल पर रेलिंग, स्ट्रीट लाइट और संकेतक नहीं हैं. यहां हादसे होने की आशंका को लेकर टीआई विवेक कनोड़िया ने इनकी व्यवस्था कराने के लिए प्रशासन को पत्र लिखा था. यही नहीं टीआई कनोड़िया ने घटना से 10 घंटे पहले तहसीलदार रूपाली जैन को वॉट्सऐप कर बताया था कि गणेश विसर्जन पर व्यवस्था नहीं होने से कोई अनहोनी की संभावना है. फिर भी सुधार नहीं हुआ और तीन पुलिस कर्मियों की जान चली गई.

क्यों हटाई गई रेलिंग?

घटना की सबसे बड़ी वजह पुल पर स्ट्रीट लाइट और रेलिंग नहीं होना माना जा रहा है. इस संबंध में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, दो तरह के ब्रिज होते हैं. हाई राइज ब्रिज से रेलिंग, लाइट नहीं हटाई जाती, जबकि डूब क्षेत्र के पुल पर 15 जून से अक्टूबर तक रेलिंग हटाने का नियम है. इसलिए पुल पर एक माह ऐर रेलिंग नहीं लगाई जा सकती. लोगों को सचेत करने के लिए संकेतक, रिफ्लेक्टर, रेडियम या झंडे लगाना चाहिए. हालांकि अब निगमायुक्त अभिलाष मिश्रा ने इंतजाम करने के निर्देश दे दिए हैं.

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घटनाक्रम एक नजर में

  • 6 सितंबर (शनिवार) रात 8:55 बजे बड़े पुल से कार नदी में गिरी. 9:30 बजे तलाश शुरू.
  • 6-7 सितंबर, रात 2 बजे पता चला कार में उन्हेल एसओ अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और आरक्षक आरती पाल थे. तीनों 4 सितंबर को लापता हुई लड़की की तलाश करने चिंतामण क्षेत्र में जा रहे थे.
  • 7 सितंबर, सुबह 9 बजे एसओ शर्मा का शव करीब 5 किमी दूर भैरवगढ़ पुल के नीचे मिला. इसी दिन शाम को राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया.
  • 8 सितंबर, सुबह हादसे का सीसीटीवी वीडियो सामने आया. घटनास्थल से 3 किमी दूर कार का बंपर मिला. शाम 4:30 बजे एसआई निनामा का शव भैरवगढ़ पुल के नीचे मिला.
  • 9 सितंबर की शाम को बड़े पुल के पास मिली कार और उसमें आरती पाल का शव मिला.
  • 10 सितंबर को पोस्टमॉर्टम के बाद आरक्षक आरती पाल का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया.

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