Gwalior Latest News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर में अतिक्रमण हटाने के नाम पर खेतों पर पहुंची प्रशासन की टीम ने जब किसान की खड़ी फसल उजाड़ना शुरू किया, तो उनकी खूब बहस हुई. किसान बहुत रोया और गिड़गिड़ाया भी, लेकिन जब उसकी उनमें से किसी ने एक नहीं सुनी, तो किसान ने प्रशासनिक अधिकारियों के सामने जहर खा लिया. उसकी हालत बिगड़ती देख वहां हड़कंप मच गया और भगदड़ की स्थिति बन गयीं. हालत गंभीर होने पर किसान को तत्काल जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई हैं.
प्रशासन ने बताया सरकारी जमीन
बताया गया कि बिलौआ थाना इलाके के बहादुरपुर गांव में सरकारी भूमि प्लास्टिक पार्क के पास किसान की भूमि हैं. प्रशासन का कहना है कि यह जमीन सरकारी हैं, जबकि गांव के किसानों का कहना हैं कि यह जमीन उनकी पैतृक हैं, जिस पर उनका परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी खेती करता आ रहा हैं. बुधवार को राजस्व दल डबरा एसडीएम दिव्यांशु चौधरी के नेतृत्व में बिलोआ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बहादुरपुर में अतिक्रमण हटाने पहुंचा. इस समय खेतों में फसल तैयार खड़ी हुई हैं. अफसरों के पहुंचने की सूचना पाकर किसान सुरेश कुशवाह भी मौके पर पहुंच गया.
किसान की लगाई गुहार
उसने अफसरों से कहा कि वह अपनी जमीन पर खेती कर रहा हैं, जबकि राजस्व अमले ने इसे सरकारी बताया. गांव वालों का कहना है कि किसान सुरेश ने उनसे आग्रह किया कि अभी तैयार फसल खड़ी हैं, इसे कट जाने दो. लेकिन जब बहस, अनुनय विनय से भी अफसर नहीं माने और उन्होंने खड़ी फसल उजाड़ना शुरू कर दिया, तो किसान ने जान देने की नीयत से जहर गटक लिया.
किसान के भाई ने लगाए आरोप
पीड़ित किसान के भाई रमेश कुशवाह का कहना हैं कि प्रशासन उसे जबरन उसके खेतों से बेदखल करना चाहता हैं. बगैर सूचना के लोग आये और उसकी खड़ी फसल उजाड़ने लगे. व्यथित होकर मेरे भाई ने जान देने के लिए जहर खा लिया. उनकी हालत गंभीर हैं. उनका कहना है कि प्रशासन गरीबों के 40 घरों को भी तोड़ना चाहता हैं. इस मामले में प्रशासनिक अफसरों ने चुप्पी साध रखी हैं. घटना के बाद से इलाके में तनाव और गुस्सा हैं.
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