Vijayadashmi 2024: विंध्य पर्वत श्रृंखला के बीच स्थित कटनी जिले की औद्योगिक नगरी कैमोर में अदाणी फाउंडेशन द्वारा आयोजित एसीसी दशहरा समिति इस वर्ष 105 फीट ऊंचे रावण दहन की तैयारी में है. अब तक के सबसे ऊंचे यानी 105 फीट ऊंचे रावण का पुतला बनाने के लिए समिति की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है.
एनडीटीवी ने 105 फीट ऊंचे रावण के निर्माण में जुटे कारीगर से की बात
गौरतलब है नवरात्रि पर्व शुरू होते ही जिले में मां दुर्गा की स्थापना के साथ- साथ ही रामलीला का भी आयोजन होता है. औद्योगिक क्षेत्र कैमोर में दशहरा पर्व की तैयारियों का जायजा लेते हुए पहुंची एनडीटीवी टीम ने चर्चित 105 फीट रावण के पुतले के निर्माण में जुटे कारीगर बात की और ऊंचे रावण के पुतले के निर्माण के बारे में पूछा.
दशहरा पर्व पर रात 9 बजे किया जाएगा 105 फीट ऊंचे रावण का दहन
अदानी फाउंडेशन द्वारा आयोजित दशहरा उत्सव को देखने दूर-दूराज से पहुंचते हैं. यहां 12 अक्टूबर को दशहरा पर्व के दिन रात 9 बजे के आसपास 105 फीट ऊंचे रावण का दहन किया जाएगा. हालांकि लोगों के मुताबिक यहां पहले 105 फीट से भी ऊंचे कद वाले रावण के पुतले का दहन किया जा चुका है.
महीने भर से क्रेन की मदद से कारीगर बना रहे 105 फीट ऊंचा रावण
रावण दहन के लिए 105 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाने वाले कारीगर राजकुमार वंशकार ने बताया कि वह पिछले एक महीने से रावण का पुतला बनाने का काम कर रहे है और उनके साथ उनके परिवार सहित 35 लोग पुतला निर्माण में कार्यरत है. क्रेन की मदद से बनाए जा रहे 105 फुट का रावण के पुतले का काम 12 अक्टूबर को पूरा हो पाएगा.
रस्सी और सुतली में मिट्टी मिलाकर तैयार किया जाता है रावण का पुतला
रावण का पुतला बनाने में शामिल एक महिला कारीगर ने बताया कि वह पिछले 40 साल से रावण का पुतला बनाने का काम कर रही है. सबसे खास बात यह है कि यहां रावण का पुतला बनाने के दौरान रस्सी और सुतली में मिट्टी मिलाकर ढांचा तैयार किया जाता है जिसमे कही भी गठान नही रहती है.
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