MP News in Hindi : इन दिनों मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सरकारी स्कूलों की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वो वाकई शर्मसार करने वाली हैं. कहीं शिक्षक शराब के नशे में स्कूल पहुंच रहे हैं तो कहीं स्कूल में शराब पीते शिक्षकों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. ऐसे में शराबी शिक्षक कैसे भविष्य तैयार करेंगे.... यह बड़ा सवाल है. ऐसा ही मामला सिंगरौली के ग्रामीण इलाके के बिंदुल संकुल केंद्र के पुरा गांव के प्राथमिक स्कूल में सामने आया है. जहां एक शिक्षक शराब के नशे में धुत नजर आया. शराब पीकर स्कूल आने की शिक्षक ने वजह भी बताई. उसने कहा, "मेरा मोबाइल गुम गया है, दिमाग डिस्टर्ब है... इसलिए थोड़ी बहुत शराब पीकर आया हूं. "
इकलौते टीचर फिर भी पी रहे शराब
जानकारी के मुताबिक, पुरा गांव के सरकारी स्कूल में तैनात इस शिक्षक का नाम अर्जुन सिंह है जो इसी प्राथमिक विद्यालय में हेडमास्टर हैं और लंबे समय से यहां कार्यरत हैं. अक्सर वे शराब के नशे में ही स्कूल आते हैं. इस प्राथमिक विद्यालय में सिर्फ यही एक शिक्षक हैं जिनके जिम्मे पूरा स्कूल है. लेकिन इसके बावजूद भी यह शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचते हैं.
"मोबाइल गुम गया है, इसलिए पी ली"
रोजाना की तरह बुधवार को भी जब यह शराबी हेडमास्टर स्कूल पहुंचे तो गांव के ग्रामीणों ने उनका वीडियो बना लिया. जब उनसे पूछा गया कि आप शराब पीकर क्यों आए हैं तो जवाब ऐसा दिया जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया. शराबी हेडमास्टर ने कहा, "मेरा मोबाइल गुम गया है, इसलिए शराब पीकर स्कूल आया हूं. "
मास्टर की करतूत हुई रिकॉर्ड
गांव वालों ने नशे में धुत इस हेडमास्टर का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. वीडियो वायरल होने के बाद जिले के शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी यानी जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कही है.
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कैसे होगा भविष्य उज्जवल ?
.... लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब बच्चों के भविष्य को गढ़ने वाले शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर शिक्षा के पावन मंदिर में बच्चों को तालीम देंगे तो बच्चों का भविष्य कैसा होगा? शिक्षक पर बच्चों और देश का भविष्य गढ़ने की जिम्मेदारी होती है. ऐसे में जब शिक्षक शराब के नशे में स्कूल पहुंचेंगे तो स्थिति क्या होगी ? इसका अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है.
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