कहते हैं कि अगर हौसला बुलंद हो तो फिर कोई बाधा आपका रास्ता नहीं रोक सकती. ऐसा ही कमाल कर दिखाया है मध्य प्रदेश के बड़वानी (Barwani) जिले की पानसेमल (Pansemal) तहसील के रहने वाले प्रतिभावान दिव्यांग खिलाड़ी जितेंद्र वाघ ने. उनहोंने ना सिर्फ टीम के साथ मिल कर जीत का परचम लहराया, बल्कि अपने बचपन के सपने को भी साकार किया है. बता दें कि 3 मैचों में से 2-1 से जीत दर्ज कर नगर वापस लौटने पर जितेंद्र वाघ का पूरे नगर में भव्य स्वागत किया गया.
भारत 2-1 से दर्ज की जीत
दरअसल, बडवानी जिले के पानसेमल तहसील के प्रतिभावान क्रिकेट खिलाड़ी जितेंद्र वाघ ने अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट टीम में अपनी सहभागिता की. साथ ही ट्वेंटी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के 3 मैचों में से 2-1 से जीत भी दर्ज की है. वहीं इस जीत के साथ जितेंद्र वाघ ने बड़वानी सहित पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है. बता दें कि उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर भारतीय टीम में शामिल होकर अपना सपने पूरा किया.
बता दें कि जितेंद्र वाघ राज्य स्तर पर भी काफी शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं. हालांकि उन्होंने इसका श्रेय वरिष्ठ खिलाड़ियों के मार्गदर्शन के साथ चयन कर्ताओं के विश्वास को बताया है.
ढोल नगाड़े के साथ किया गया भव्य स्वागत
जितेंद्र वाघ जब मैच जीतने के बाद अपना गांव पहुंचे तो ढोल नगाड़े के साथ उनका जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान नगर परिषद अध्यक्ष शैलेश भंडारकर, पार्षद और पानसेमल नगर की क्रिकेट टीम के खिलाड़ी अनिल सूर्यवंशी, मंशाराम चौहान सहित कई लोगों ने उन्हें बधाईयां दी. साथ ही ऐसे ही खेलते रहने की शुभकामनाएं दी.
नगर परिषद अध्यक्ष ने कहा कि जितेंद्र वाघ की इस उपलब्धि से इलाके में एक अलग ही माहौल बना हुआ है. उन्होंने दिव्यांग होने के बावजूद अपना लोहा अंतराष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट टीम में मनवाया है.
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