Diarrhea Disease: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के अशोकनगर (Ashoknagar) जिले में डायरिया (Diarrhea) का कहर जारी है. आए दिन ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया से ग्रसित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. मुंगावली में शनिवार को एक सात वर्षीय बच्ची की सिविल अस्पताल मौत हो गई, जबकि 19 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. इस तरह चार परिवारों के एक दर्जन से अधिक लोगों के बीमार होने की सूचना मिलने पर ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों का दल गांव पहुंच गया. बता दें, मरीजों का आंकड़ा अभी बढ़ता ही जा रहा है..
साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा लिया
स्वास्थ्य विभाग की टीम डायरिया प्रभावित परिवार के घरों में पहुंचकर जांच की. साफ-सफाई की व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान पता चला कि आदिवासी परिवार हैंडपंप का दूषित पानी पी रहा था, तो टीम ने तुरंत इस हैंडपंप को बंद करवाया. इसके अलावा गांव के सभी हैंडपंपों में क्लोरीन की गोली डलवाई गई. बचाव के लिए ग्रामीणों को ओआरएस के पैकेट भी वितरित किए गए.
मौत के एक दिन बाद गांव पहुंची टीम
इस समय अशोकनगर जिले के चार गांव हैजा की चपेट में हैं. जहां से आए दिन डायरिया के केस आ रहे हैं. लेकिन जमीनी स्तर पर देखा जाए तो स्वास्थ्य विभाग का अमला सुस्त नजर आ रहा है. पठारी चक्क गांव में सात वर्षीय नरवदी की मौत के बाद अगले दिन टीम पहुंची है, जिसको लेकर ग्रामीण विभाग की कार्य प्रणाली में सवाल उठा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार डायरिया की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है.
पानी की करवाई गई सेंपलिंग
मामला बढ़ता देख शनिवार की सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम और प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया. पीएचई विभाग के अधिकारियों के साथ एसडीएम तहसीलदार जनपद सीईओ सभी गांव पहुंच गए. गांव में पानी की सेंपलिंग करवाई गई. साथ इलाज के लिए मरीजों को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
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