Well Controversy In Dewas : पुराने, सूखे, अनुपयोगी कुएं (कुंडी) पर कब्जा. ये मामला देवास का है, जहां मुंगावादा गांव के ग्रामीण रंजन सिंह राठौड़ (उपसरपंच) से परेशान हैं. क्योंकि उपसरपंच ने ग्राम पंचायत द्वारा खनवाए गए कुएं पर कब्जा कर लिया. ऐसा आरोप है. इसकी शिकायत सरपंच समेत ग्रामीणों ने तहसीलदार की है. गांव वालों ने बताया- इस कुएं को सन 1964 में ग्राम पंचायत ने खुदवाया था. उस समय गांव के सरपंच बहादुर सिंह थे. लेकिन अपनी दबंगई की वजह से उपसरपंच कब्जा छोड़ने को राजी नहीं हैं.उपसरपंच ने सार्वजनिक कुएं पर छत डाली, फिर दीवार खड़ी कर दी.
जानें क्या बोले उपसरपंच राठौड़
इस मामले पर जब NDTV ने मुंगावादा गांव के उपसरपंच से बात कि तो उन्होंने कहा ये कुआं नहीं कुंडी है. जो कई साल पुरानी थी. ये कुंडी अनुपयोगी थी, जिसकी वजह से इस पर जानवर और इंसानों के गिरने का खतरा बना रहता है. हमने पहले भी पंचायत स्तर पर इस कुंडी को बंद करने की मांग की थी. लेकिन कुछ नहीं हुआ. मैंने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर चर्चा करके इसको बंद करने का निर्णय लिया था. जनहानि न हो, इसलिए इसको बंद किया. सुरक्षा कारणों के चलते.
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स्कूल में भी कब्जा करने का आरोप!
इस मामले पर मुंगावदा की सरपंच यशोदा बाई ने कहा, " ग्रामीणों ने शिकायत की थी. मैंने ये शिकायत लिखित में देवास तहसीलदार को दी है. उपसरपंच दबंग है. इनकी दबंगई के चलते उन्होंने पहले एक स्कूल में भी कब्जा किया था. वहां दाल नहीं गली, तो अब अपने घर के सामने शासकीय भूमि पर कब्जा कर लिया. ये सार्वजनिक कुआं था. उसके ऊपर छत डालकर अपने कब्जे में कर लिया. यहां पर भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है. कुएं के पास में रहने वालों लोगों ने कहा- कुएं में से कभी-कभी बदबू भी आती है".
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