
Sidhi News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीधी (Sidhi) के कुसमी थाना अंतर्गत सड़क से लगे तालाब के किनारे एक नवजात बच्ची का शव पड़ा मिला. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल में भिजवाया. वहीं पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
दुनिया देखने के पहले दे दी गई मौत
एक तरफ मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) बेटियों के जन्म से लेकर उनकी पढ़ाई लिखाई और विवाह तक की जिम्मेवारी ले रही है. उन्हें लाडली लक्ष्मी (Ladli Laxmi) बनाया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ बेटियों को कोख में मारने से लेकर उन्हें जन्म के बाद तक सड़कों के किनारे फेंका जा रहा है.
अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
एक ऐसा ही मामला सीधी जिले के कुसमी में सामने आया है, जहां दुधमुंही बच्ची को दुनिया देखने से पहले ही उसे मौत के घाट उतार दिया गया. बता दें कि 1 दिन की जन्मी दुधमुंही बच्ची का शव तालाब के किनारे मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है. दरअसल, गुरुवार की शाम राहगीरों ने कुसमी थाना अंतर्गत सड़क से लगे तालाब के किनारे एक नवजात बच्ची को पड़े देखा. राहगीरों ने इसकी सूचना शहर थाना पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेने के बाद अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. बताया जा रहा है कि बच्ची का जन्म देर रात हुआ था. इस घटना ने जिले में कन्या भ्रूण हत्या के मामलों को एक बार फिर उजागर कर दिया है.
नवजात शिशु का गर्भनाल भी नहीं था कटा
नवजात शिशु का गर्भनाल भी लगा हुआ था. जानकारी के मुताबिक, शासकीय अस्पताल या फिर किसी झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा प्रसव कराया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी झोलाछाप डॉक्टर पूरी तरीके से हावी हैं, जिनके द्वारा गर्भपात और चोरीछिपे तौर पर प्रसव कराया जाता है.
जांच में जुटी पुलिस
थाना प्रभारी कुसमी उमाशंकर मिश्रा ने बताया कि घटना बेहद निंदनीय है. 1 दिन की जन्मी बच्ची का शव तालाब के किनारे मिला है. पुलिस द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है जांच पड़ताल उपरांत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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