
Dhar News: मध्य प्रदेश के धार नगरपालिका में 28 मार्च को वार्षिक बजट पेश होने से पहले ही विवादों में घिर गया है. आरोप लग रहे हैं कि यह मात्र आंकड़ों की बाजीगरी से भरा हुआ है. बजट में संशोधन की मांग को लेकर वार्ड नं 18 की पार्षद सारिका अजय सिंह ठाकुर ने सीएमओ को ज्ञापन सौंपा. बजट में संशोधन नहीं किया गया तो वे बजट बैठक का बहिष्कार करेंगी.
पार्षद ने अपने ज्ञापन में कहा है कि धार नगर पालिका का बजट 28 मार्च को पेश होना है जिसमें कि वर्तमान प्रस्तावित बजट विभिन्न कानूनों के विरुद्ध और धार नगर की जनता के हितों के अनुकूल न होकर मात्र खोखली व सस्ती लोकप्रियता के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है. इसमें न कर्मचारियों के वेतन के लिए कोई कार्ययोजना है और ना ही आगामी समय में आने वाले जल संकट से निदान का कोई उपाय.ना ही नगर में आतंक का पर्याय बने कुत्तों एवं जानवरों के लिए कोई कार्ययोजना बनाई गई.
इसमें कहा गया है कि यह बजट कपोल कल्पित आय पर अनुमानित किया गया है, जिसमें कुछ ऐसी जगह भी आय व्यय में दर्शाई गई है जहां से कोई आय व्यय नहीं होता. जैसे रेन बसेरा का आय व्यय, जिसमें कुछ भी न होकर नगर पालिका का कार्यालय चल रहा है. इसी प्रकार लालबाग पिकनिक स्पॉट भी कई दिनों से बंद पड़ा है. उसकी आय व्यय भी दर्शाई गई है. कंपोज्ड खाद के प्लांट से आय दर्शाई गई है. जबकि नगर पालिका के पास कोई प्लांट है ही नहीं. हुडको आवास कॉलोनी जो विगत 30,35 वर्षों से कागजों पर ही चल रही है. उससे आय-व्यय बताया जा रहा है. इसी प्रकार अभिव्यक्ति स्थल को आय शीर्ष में अंकित किया गया है. जबकि अभिव्यक्ति स्थल कई वर्ष पूर्व ही त्रिमूर्ति चौराहे पर बन चुका है. कई काम तो ऐसे हैं जिसमें एक ही कार्य के लिए अलग अलग मद में बजट दिया गया है. जैसे आंतरिक सड़कों पर डामरीकरण आय शीर्ष 76 पर भी दर्शाई गई है और वही आय शीर्ष 98 पर कायाकल्प-2 अभियान के अंतर्गत भी दर्शाई गई है.
मंदिरों के जीर्णोद्धार पर उठे सवाल
पार्षद सारिका अजय सिंह ठाकुर ने आगे कहा कि यहां तक तो सब ठीक है लेकिन सबसे हास्यास्पद बात तो यह है कि इन्होंने आय शीर्ष 89 पर धारेश्वर, देवीजी के मंदिरों के जीर्णोद्धार की बात कही. जो कि धारेश्वर मंदिर आयुक्त के अधीन धर्मादा ट्रस्ट और देवी जी मंदिर निजी ट्रस्ट का हो कर इनके किसी भी भाग पर न तो निकाय का स्वामित्व है न ही नियंत्रण. आय शीर्ष 95 पर किले के जीर्णोद्धार की बात कही गई है जो कि पुरातत्व के अधीन होकर उसका पदेन अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं. ऐसी कई सारी बातें बजट में ली गई है जिसमें नगर के विकास की कोई बात ही नहीं है.
उक्त बातों का उल्लेख करते हुए ठाकुर ने निकाय के कर्मचारियों और नगर के हित को ध्यान में रखते हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी विकास डावर से भेंट कर इस प्रस्तावित बजट में संशोधन की मांग की. प्रस्तावित बजट में सबके हितों को ध्यान में रखते हुए बनाए जाने के लिए ज्ञापन सौंपा.
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