MP Today News: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) जिले में शुगर मिल (sugar mill) के संचालक की मनमानी के चलते सांपना नदी दम तोड़ रही है. मिल से निकलने वाला केमिकल युक्त जहरीला पानी नदी को दूषित और बदबूदार बना रहा है. बता दें कि ये बदबूदार पानी सांपना नदी (Sampana River) में छोड़ा जा रहा है. सांपना नदी का पानी पूरी तरह काला हो गया है. शुगर मिल से निकलने वाले जहरीले और दूषित पानी ने आसपास के दर्जनों गांव के लिए जीवनदायिनी साबित होने वाली सांपना नदी को बुरी तरह प्रदूषित कर दिया है.
नदी का पानी को देखने के बाद लोगों में डर
इस क्षेत्र के ग्रामीण इस केमिकल युक्त पानी को देखने के बाद भयभीत हैं. बता दें की बैतूल जिले के सोहागपुर गांव में स्थित श्रीजी शुगर मिल द्वारा पंद्रह दिनों से सांपना नदी में केमिकल युक्त पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. जिससे पूरी सांपना नदी का पानी बदबूदार और काला हो गया है. मिल द्वारा हर वर्ष बारिश शुरू होते ही मिल का वेस्ट नदी में बहाया जाता है. चीनी मिल से निकलने वाले जहरीले पानी को पीकर आसपास के मवेशी,पशु-पक्षी बीमार पड़ सकते हैं.
जल-जीवन पर खतरा
दूसरी ओर नदी से अजीब सी बदबू भी आ रही है, जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान होने के साथ ही साथ इसका असर भूजल पर भी पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया की श्रीजी शुगर मिल से निकलने वाला खतरनाक और जहरीला पानी बेहतर जलवायु को लगातार नष्ट कर रहा है. जहरीले पानी ने आसपास के गांव की फिजा को जहरीला बना दिया है. इससे पेड़-पौधों से लेकर नदी में रहने वाले जीव-जंतु, जानवर सहित मानव जीवन पर खतरे के बादल तेजी से मंडरा रहे हैं.
दुर्गंध ऐसी की एक मिनट भी खड़ा होना मुश्किल
वहीं, ग्रामीण नीतू धुर्वे कहती हैं कि चीनी मिल के नाले से निकल रहे जहरीले काले पानी को देखिए. इस पानी की दुर्गंध से इंसान मिनट भर भी खड़ा न हो पाए. जहां जहरीले पानी का अंश उपजाऊ भूमि, पेड़ पौधे, जीव जन्तु, जानवर सहित इंसानों के तबाही की कहानी लिख रहा है. लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को यह सब दिखाई नहीं देता है. इस मामले में श्रीजी शुगर मिल के मैनेजर सांपणा नदी में मिल से केमिकल युक्त पानी नहीं जाने की बात कह रहे हैं.
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