CM Mohan Yadav Road Show in UK: दुनिया भर के उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए फरवरी-2025 को भोपाल में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS 2025) में आमंत्रित करने के अभियान पर निकले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने मंगलवार 26 नवंबर को यूके (लंदन) के रोड-शो में उद्योगपतियों के इंटरैक्टिव सेशन को संबोधित किया. CM यादव ने देश भर में औद्योगिक विकास में आई तेजी के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) के डायनामिक व्यक्तित्व की सराहना की. उन्होंने आमंत्रित उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए बताया कि प्रदेश का लैंड बैंक (Land Bank) देश के सबसे बड़े लैंड बैंक्स में से एक है. मध्यप्रदेश में निवेश नीतियां स्पष्ट और निवेशकों के लिए अनुकूल हैं. माइनिंग एवं कृषि क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे है.
मध्यप्रदेश, असीम संभावनाओं से भरपूर राज्य है...
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) November 26, 2024
मैं आप सभी को यहां निवेश करने के लिए आमंत्रित करता हूं : CM@DrMohanYadav51 @Industryminist1 @MEAIndia @investindia @ficci_india @IndianDiplomacy @InvestIndiaUK @FriendsofMP @HCI_London @UKIBC @VDoraiswami @sujitjoyghosh @MPIDC… pic.twitter.com/Pw5B4xv0Vi
विश्व में भारत की साख बनी : CM मोहन
यूके की राजधानी लंदन में उद्योगपतियों के साथ इंटरैक्टिव सेशन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आपदाओं के बाद भी भारत और यूके के संबंधों में निरंतरता है क्योंकि लोकतंत्र की हमारी साझी विरासत है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारत में राजनीतिक स्थिरता और तेज विकास के लिए प्रधानमंत्री
मोदी के चमत्कारी व्यक्तित्व को आधार बताया. मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड की आपदा को कम समय में निपटने की चुनौती में सक्षम भारत प्रमाणित करने का अवसर बना दिया था. उनके नेतृत्व ने न सिर्फ देश को बचाया था, बल्कि पूरी दुनिया को बचाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया और विश्व में भारत की साख बनाई. उनकी साफगोई और दृढ़ संकल्प ने देश में औद्योगिक निवेश के लिए माहौल विकसित किया.
देश के प्रमुख उद्योगपतियों ने भी मध्यप्रदेश में निवेश के लिए रुचि दिखाई है।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) November 26, 2024
हम अपने प्रदेश की सभी व्यवस्थाओं की स्टडी कर यहां आए हैं।रेडीमेड गारमेंट्स और माइनिंग समेत अन्य क्षेत्रों में मध्यप्रदेश में अनेक संभावनाएं हैं।
आपका, हमारे प्रदेश में स्वागत है, अभिनंदन है : CM… pic.twitter.com/Ry4vE7DRtp
निवेश के लिए विशेष
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) November 26, 2024
"अपना मध्यप्रदेश"
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लंदन में वैश्विक निवेशकों और उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियों के साथ वन टू वन चर्चा कर उन्हें मध्यप्रदेश की अक्षय ऊर्जा, कृषि व्यवसाय, सूचना प्रौद्योगिकी और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में मौजूद असीम संभावनाओं से अवगत… pic.twitter.com/nLiFifcZmI
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्टील किंग के नाम से जाने जाने वाले उद्योगपति मित्तल ने भी मुलाकात के दौरान मध्यप्रदेश में निवेश के खुले अवसरों की सरहाना की है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि यूके के एक भारतवंशी रीयल एस्टेट कारोबारी ने मध्यप्रदेश में सेमीकंडक्टर चिप उद्योग शुरू करने के लिए 25 हजार करोड़ रुपए निवेश करने की मंशा जाहिर की है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यूके के भारतवंशी उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि इससे प्रदेश में रोज़गार की उम्मीदें बढ़ेंगीं, आपका व्यवसाय बढ़ेगा और आप हमेशा के लिए प्रदेश के सहयोगी बनेंगे.
अतीत से ही भारत का इंग्लैंड और जर्मनी से गहरा जुड़ाव रहा है...
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 27, 2024
मैं सभी निवेशकों से कहना चाहता हूं कि आइए मध्यप्रदेश से जुड़िये!#InvestMP #GISMP2025 #InvestMPinUK pic.twitter.com/61dbdKm2Ik
देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश में हैं औद्योगिक निवेश की अपार संभावनाएं
भारत के उच्चायुक्त विक्रम के दोराईस्वामी ने मध्यप्रदेश को औद्योगिक निवेश के अवसरों के लिए आदर्श बताया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा उनके कार्यकाल में भारत व्यापार करने के लिए सबसे बेहतर स्थलों में से एक सिद्ध हुआ है. अब सिर्फ केंद्रीय प्रशासन ही नहीं राज्य भी उद्योग मित्र नीतियां बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश ईज-ऑफ-डूइंग बिजिनेस की दृष्टि से देश के टॉप-5 राज्यों में शामिल है. दोराईस्वामी ने कहा कि भूमि की उपलब्धता, सबसे अधिक कृषि विकास दर और उद्योग प्रेरक नीतियों को देखते हुए मध्यप्रदेश औद्योगिक निवेश की सफलता के लिए उम्मीदों से भरपूर है. दोराईस्वामी ने कहा कि मध्यप्रदेश सचमुच देश का हृदय है और यहां निवेश करने पर देश ही नहीं निवेशक दुनिया भर में आसानी से व्यापार का प्रसार कर सकता है.
#MadhyaPradesh offers vast resources in land, water, skilled manpower, and Global Capability Centers, all complemented by a remarkable investment policy.
— Industry Policy & Investment Promotion Department (@Industryminist1) November 26, 2024
H.E. Mr. Vikram K. Doraiswami, High Commissioner of India@DrMohanYadav51 @VDoraiswami @HCI_London @UKIBC#InvestMPinUK pic.twitter.com/ehlHbFFKts
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त दोराईस्वामी ने कहा कि मध्यप्रदेश देश के ठीक मध्य में स्थित है, इसलिए यहां उद्योग स्थापित करने पर उत्पादों को देश-दुनिया में आसानी से भेजा जा सकता है. उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है साथ ही यहां अपेक्षाकृत कम प्रतिस्पर्धा है. इसलिए निवेशकों को मध्यप्रदेश सरकार की साफ-सुथरी नीतियों का लाभ लेकर मध्यप्रदेश में निवेश करेंगे तो प्रदेश की निवेश संभावनाओं को वैश्विक विस्तार मिलेगा, साथ ही निवेशक के व्यापार को भी वृहद स्तर पर बाजार उपलब्ध होगा.
MP में एवीजीसी नीति हो रही है तैयार
अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संजय दुबे ने आईटी/आईटीएस एवं ईएसडीएम सेक्टर में निवेश की संभावनाओं पर प्रेजेन्टेशन देकर बताया कि मध्यप्रदेश में वायब्रेन्ट टेक इको सिस्टम राज्य सरकार आईटी में निवेश के लिये सहायता प्रदान करती है. मध्यप्रदेश की आईटी/आईटीएस एवं ईएसडीएम नीति-2023 एवं स्टार्टअप नीति से इन क्षेत्रों में उद्यमियों को कई सुविधाएँ दी जा रही हैं. नीति के अंतर्गत उद्यमियों को पूँजीगत व्यय सहायता एवं गैर वित्तीय लाभ प्रदान किया जाता है. हम एवीजीसी (एनीमेशन, विजुअल इफेक्टस, गेमिंग और कॉमिक्स) नीति तैयार कर रहे हैं. प्रदेश में 1200 से अधिक आईटी स्टार्ट अप्स हैं, जिनमें से 2 यूनिकार्न बन गये हैं. राज्य में प्लग-एंड-प्ले इन्फ्रॉस्ट्रक्चर है.
भौगोलिक, आर्थिक, प्राकृतिक और अन्य आधारभूत सुविधाओं से समृद्ध मध्यप्रदेश
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्द्धन राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश अपनी भौगोलिक, प्राकृतिक और आर्थिक क्षमताओं के चलते निवेश के लिए एक आदर्श स्थल है. प्रदेश में भारत का सबसे बड़ा भूभाग (308 हजार वर्ग किमी), 77.5 हजार वर्ग किमी का विशाल वन क्षेत्र और हीरे, तांबे तथा मैंगनीज अयस्क जैसे खनिज संसाधनों की प्रचुरता है. साथ ही यह देश का दूसरा सबसे बड़ा खाद्यान्न उत्पादक और सबसे बड़ा गेहूं निर्यातक प्रदेश है. प्रदेश पॉवर सरप्लस राज्य है, यहां 31 गीगावाट विद्युत उत्पादन होता है. यहां किफायती दरों पर बिजली आपूर्ति की जाती है. प्रदेश में इन सब आधारभूत सुविधाओं से उद्योग को आसानी से स्थापित और संचालित किया जा सकता है.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लंदन में @PTI_News के साथ विशेष वार्ता में मध्यप्रदेश की उद्योग हितैषी नीतियों और अवसरों के बारे में चर्चा की।@DrMohanYadav51 @MPIDC #CMMadhyaPradesh @FollowCII @HCI_London @IndianDiplomacy @Industryminist1 #InvestMPinUK #InvestMP #GISMP2025… pic.twitter.com/nOqBQ7CjGx
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) November 26, 2024
उद्योग स्थापित करने में मददगार मध्यप्रदेश सरकार
यूके की क्लीनी सप्लाइज लिमिटेड के सीएफओ सामिक बसु में मध्यप्रदेश में निवेश के अनुभवों के बारे में बताया कि भारत में बंगलौर के बाद उद्योग विस्तार की संभावनाओं के लिए हमने इन्वेस्ट इंडिया की मदद से कई विकल्पों पर विचार किया. लगभग 18 माह पूर्व कंपनी ने उज्जैन-देवास रोड पर स्थित"विक्रम उद्योगपुरी" को अपने पसंदीदा स्थान के बारे में चुना और यहां मेडिकल उपकरणों के लिए फैक्ट्री स्थापित की. मध्यप्रदेश में राज्य सरकार एवं एमपीआईडीसी ने हरसंभव सहयोग प्रदान किया. उन्होंने बताया कि फैक्ट्री के पास 5 एकड़ भूमि है, जिसकी आवंटन की संपूर्ण प्रक्रिया 8 सप्ताह के भीतर पूरी हो गई और ग्रीन एनर्जी के कनेक्शन से लेकर सप्लाई तक की प्रक्रिया 3 सप्ताह के समय में पूरी हो गई. उन्होंने कहा कि भारत में निवेश करने के लिये मध्यप्रदेश सबसे बेहतरीन स्थान है.
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