Chhatarpur News: आपने गुरु द्रोणाचार्य और एकलव्य की कहानी तो सुनी होगी जिसमें द्रोणाचार्य द्वारा गुरु दक्षिणा मांगे जाने पर एकलव्य ने अपने दाएं हाथ का अंगूठा काट कर दे दिया था, लेकिन आज गुरु के द्वारा अगर गलती करने पर शिष्य को दंडित किया जाए, और गलती सुधरने के लिए कहा जाए तो शिष्य गुरु को बदनाम करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ते. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ महर्षि आश्रम में देखने को मिला. यहां छात्रों ने अपने गुरुजी को यहां से निकलवाने के लिए यौन शोषण जैसे आरोप लगा दिए. अब छात्रों ने खुद इस बात को स्वीकार किया है.
इसलिए छात्रों ने रची साजिश
आश्रम में पदस्थ गुरुजी टीकाराम शर्मा ने छात्रों को पढ़ाई न करने पर दंडित किया, तो छात्रों ने ऐसा षड्यंत्र रचा कि शिक्षक को बदनाम ही कर डाला. छात्रों ने गुरु को बदनाम करने और महर्षि आश्रम से भगाने के लिए उन पर गलत काम करने के आरोप लगा दिए. मामला तूल पकड़ने पर शिक्षक टीकाराम शर्मा ने विद्यापीठ के शिक्षक पद से इस्तीफा दे दिया.
ऐसे सामने आई सच्चाई
डेरी रोड पर स्थित महर्षि वेद विज्ञान विद्यापीठ महर्षि आश्रम में जब सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीक चौबे पहुंचे और छात्रों से बारीकी से पूछताछ की तो पूरी सच्चाई सामने आ गई. छात्रों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि विद्यापीठ के शिक्षक टीकाराम शर्मा के द्वारा मारपीट की गई थी. जिस कारण उन्हें भगाने के लिए हम लोगों ने गलत काम करने के आरोप लगा दिए. थानाप्रभारी वाल्मीक चौबे के द्वारा पूछताछ करने के बाद छात्रों ने पूरी सच्चाई उगल दी.
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