Chhatarpur News : मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों के घोटालों की हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई के 12 सदस्यीय दल द्वारा जांच जारी है. प्रदेश के 375 नर्सिंग कॉलेजों की शुरू हुई जांच को लेकर सीबीआई सूत्रों के हवाले से पता चला कि ये घोटाले इतने बड़े हैं कि इनकी जांच में काफी वक्त लग सकता है. शनिवार तक सीबीआई की टीम छतरपुर के चार नर्सिंग कॉलेजों के दस्तावेज खंगालने में जुटी हुई थी. जांच की खबर ने पूरे बुंदेलखंड में सनसनी फैला दी है. हालांकि सीबीआई की यह टीम अपनी कार्रवाई को लेकर बेहद गोपनीयता बनाए हुए है और मीडिया से भी दूरी बनाए हुए है.
एक नर्सिंग छात्रा की याचिका से सामने आया घोटाला
तीन साल पहले 2020 में एक नर्सिंग छात्रा द्वारा हाई कोर्ट में नर्सिंग कॉलेजों में बड़े स्तर पर चल रही मनमानी और अनियमितताओं की जांच कराने की याचिका दायर की गई थी. इसी याचिका से प्रदेश में पहली बार नर्सिंग कॉलेजों का घोटाला सामने आया. हाई कोर्ट ने इस गंभीर मामले की तह तक पहुंचकर नर्सिंग कॉलेज की अनियमितताओं को उजागर करने के लिए इस बड़े मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लिया और कोर्ट के निर्देश पर ही सीबीआई की 12 सदस्यों वाली टीम ने छतरपुर में डेरा डालकर जांच शुरू कर दी है. शनिवार 9 दिसंबर तक सीबीआई छतरपुर के चार नर्सिंग कॉलेजों के दस्तावेजों को हासिल कर बारीकी से पड़ताल में जुटी हुई है.
यह भी पढ़ें : MP News: मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का नकली दूध बेचने वालों के खिलाफ सख्त कदम, अब लेना होगा लाइसेंस
कई संस्थान सिर्फ कागजों में संचालित
अब तक छतरपुर में संचालित नर्सिंग कॉलेजों में महज चार संस्थानों की प्रारंभिक पड़ताल में उजागर हुआ है कि एक-एक संस्थान दस-दस कॉलेज संचालित कर रहे हैं. किराए के एक कमरे में महज कागजों में इनका संचालन होता पाया गया है. यह भी पता चला है कि कई फैकल्टी एक साथ एक ही समय पर कई संस्थान कई जगह सेवाएं दे रहे हैं जो तय नियमों के प्रतिकूल और घोर अनियमितता के घेरे में माने गए हैं. इन पर बड़ी कार्रवाई की गाज गिरना तय माना जा रहा है जिस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. चूंकि यह बड़ी कार्रवाई हाई कोर्ट जबलपुर के निर्देश पर हो रही है इस कारण आम नागरिकों की भी उत्सुकता चर्चा में है.
सम्बद्ध अस्पतालों के दस्तावेज किए हासिल
सीबीआई के जांच के दायरे में आए जिले के कई ऐसे नर्सिंग कॉलेज हैं जिन्होंने किसी भी अस्पताल को नर्सिंग छात्रों के लिए सम्बद्ध ही नहीं किया था और बेखौफ होकर लंबे समय से नर्सिंग कॉलेजों का संचालन कर रहे थे. सीबीआई के हाथ जब यह जानकारी लगी तो उसने उन कॉलेजों से सम्बद्ध अस्पतालों के दस्तावेज भी हासिल कर लिए हैं जो जांच के लिए जरूरी हैं ताकि नर्सिंग कॉलेजों के छात्रों से यह जाना जा सके कि ऐसे अस्पतालों की सेवा और सुविधा का लाभ छात्रों को मिल भी रहा था या नहीं? इनके दस्तावेज सीबीआई की जांच कर रही टीम के हाथ लगते ही अस्पताल प्रबंधन को भी सांप सूंघ गया है. अब यह आगे की जांच में स्पष्ट होगा कि नर्सिंग के छात्रों के साथ मनमानी और अनियमितता किस स्तर तक हुई थी.
यह भी पढ़ें : पहली बार किसी CM ने कार्यभार संभालने से पहले सचिवालय में की पूजा, फॉर्म में आए विष्णुदेव साय
नर्सिंग छात्रों का भविष्य चौपट नहीं होगा
छतरपुर सहित पन्ना और टीकमगढ़ जिले के अलावा जांच के घेरे में आए प्रदेश के 375 नर्सिंग कॉलेजों के हजारों छात्रों का भविष्य खराब न हो और नर्सिंग कॉलेज पूरी तरह पटरी पर रहकर ही संचालित हों इसी मंशा से हाई कोर्ट के निर्देशों पर सीबीआई एक-एक नर्सिंग कॉलेजों के दस्तावेजों की पड़ताल में जुटी हुई है. सीबीआई के सूत्रों का मानना है कि जिस दिशा में पड़ताल हो रही है उसके पूरे होते ही आगे होने वाली कार्रवाई से निश्चित रूप से नर्सिंग के हजारों छात्रों के न सिर्फ आर्थिक शोषण पर लगाम लगेगी बल्कि उनका भविष्य भी पूरी तरह सुरक्षित होगा.