
MP News: मध्य प्रदेश के बुररहानपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. शहर के नया मोहल्ला में रहने वाले एक बुजुर्ग का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर उसके ही किराएदार ने लाखों की संपत्ति अपने नाम करा ली. वहीं जब बुजुर्ग अपनी संपत्ति की जानकारी लेने पहुंचा तो यह सुनकर उसके पैरों तले जमीन खिसक गई कि कागजों में वह मर चुका है. पीड़ित बुजुर्ग ने अपनी फरियाद बुरहानपुर एसडीएम को बताई. एसडीएम ने गहन जांच कर पीड़ित की संपत्ति उसके नाम दर्ज करने और दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
देश प्रदेश में प्रशासनिक मिलीभगत से जिंदा शख्स को कागजों में मृत घोषित कर उसकी संपत्ति हड़पने के मामले बढते जा रहे हैं. ताजा मामला बुरहानपुर का है शहर के नया मोहल्ला में गणेश चुन्नी लाल नामक बुजुर्ग की करीब 991 वर्गफुट की संपत्ति है, जिसे उन्होंने किराए पर दे रखी थी और खुद खंडवा जिले के एक गांव में निवास करते हैं. इस बीच राजस्व महाअभियान ड्रोन सर्वे से प्रभावित होकर बुजुर्ग गणेश चुन्नी लाल अपनी संपत्ति के कागजात देखने पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. कागजात में उन्हें मृत घोषित कर उनकी संपत्ति उनके किराएदार प्रकाश मुंदड़ा ने अपने नाम दर्ज करा ली. परेशान बुजुर्ग ने अपनी पूरी पीड़ा बुरहानपुर एसडीएम पल्लावी पौराणिक को बताई उसके बाद एसडीएम ने मामले की जांच शुरू कराई.
जांच में क्या मिला?
एसडीएम पल्लवी पौराणिक ने मामले की जांच में पाया कि प्रकाश मुंदडा ने गणेश नाम से मिलता जुलता एक मृत्यु प्रमाण पत्र लगाकर खुद को गणेश चुन्नी लाल का वारिस बताया. साथ ही उनकी लाखों की संपत्ति अपने नाम दर्ज कराई. इस पर एसडीएम ने इस संपत्ति को दोबारा गणेश चुन्नी लाल के नाम दर्ज करने के आदेश दिए.
गहन जांच के आदेश
पूरी प्रक्रिया में तत्कालीन तहसीलदार, आरआई, पटवारी और नगर निगम के वार्ड क्रमांक 07 के पार्षद द्वारा दिए गए दस्तावेज को संदेह के घेरे में मानते हुए गहन जांच कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर करने के निर्देश दिए हैं.
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