विज्ञापन

बीएसएफ तैयार करेगा ड्रोन कमांडोज, ग्वालियर में ड्रोन वारफेयर स्कूल का उदघाटन

भारतीय सेना भी अपनी रणनीति बदल रही है. इसी के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल यानि BSF ने ग्वालियर में ड्रोन वारफेयर स्कूल की शुरुआत की है. इसमें BSF ड्रोन कमांडोज तैयार करेगी जो ड्रोन के जरिये युद्ध के कौशल में निपुण होगी.

बीएसएफ तैयार करेगा ड्रोन कमांडोज, ग्वालियर में ड्रोन वारफेयर स्कूल का उदघाटन

BSF Drone Warfare School: दुनिया में अलग-अलग जगहों पर चल रहे युद्धों में ड्रोन का इस्तेमाल जमकर हो रहा है. चाहे रूस-यूक्रेन युद्ध की बात करें या फिर 'ऑपरेशन सिंदूर' की...ड्रोन का जमकर इस्तेमाल हुआ और हो रहा है. ऐसे में भारतीय सेना भी अपनी रणनीति बदल रही है. इसी के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल यानि BSF ने ग्वालियर में ड्रोन वारफेयर स्कूल की शुरुआत की है. इसमें BSF ड्रोन कमांडोज तैयार करेगी जो ड्रोन के जरिये युद्ध के कौशल में निपुण होगी. स्कूल का उद्घाटन BSF महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने बुधवार को किया. इसे BSF की टेकनपुर अकादमी में शुरु किया गया है.

BSF महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने स्कूल का उद्घाटन करने के बाद सुविधाओं को जायजा भी लिया.

BSF महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी ने स्कूल का उद्घाटन करने के बाद सुविधाओं को जायजा भी लिया.

एक्सपर्ट होंगे यहां तैयार हो रहे ड्रोन वॉरियर्स

दरअसल पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ लगती भारत की सीमाओं की रक्षा का दायित्व सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का है. ऐसे में वो अपने जवानों को ड्रोन युद्ध में पारंगत करने के लिए तमाम जतन कर रही है. इसी के मद्देनजर ये स्कूल खोला गया है. इसका मुख्य उद्देश्य ड्रोन वॉरियर्स और ड्रोन कमांडोज तैयार करना है. यहां ड्रोन योद्धाओं को रिमोट संचालित एरियल प्लेटफार्म सहित विभिन्न प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि ऑपरेशन सिंदूर जैसे मिशनों में उनकी तैनाती हो सके. महानिदेशक ने उदघाटन के दौरान ड्रोन कोर्स के प्रशिक्षुओं से मुलाकात की और उनका उत्साह भी बढ़ाया. इस अवसर पर बीएसएफ के डीजी ने अकादमी परिसर में जंगल ट्रेल, योग परिसर और लेक व्यू उद्यान का भी उद्घाटन किया. जंगल ट्रेल को प्राकृतिक माहौल में प्रशिक्षण का माध्यम बताया जा रहा है. यह BSF कर्मियों को वास्तविक परिस्थितियों का अनुभव प्रदान करेगा. कार्यक्रम में रुस्तमजी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कॉलेज का लोगो और पुलिस टेक्नोलॉजी इनोवेशन सेंटर का कम्पेंडियम का लुक भी जारी किया गया. बाद में महानिदेशक ने संस्थान के बोर्ड सदस्यों के साथ बैठक की। इसमें नवाचार परियोजनाओं और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा हुई.

लिंक्ड हार्डवेयर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) उपकरण होंगे

इस स्कूल में सिमुलेटर और लाइव ड्रोन फ्लाइंग जोन, यूएवी और पेलोड एकीकरण की सुविधाएं , रात्रि संचालन की सुविधाएं, रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) जैमर और काइनेटिक इंटरसेप्टर के लिए उपकरण, लिंक्ड हार्डवेयर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) उपकरण होंगे।

MPCG.NDTV.in पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार,लाइफ़स्टाइल टिप्स हों,या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें,सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close