धार्मिक नगरी चित्रकूट में संतों के बीच का विवाद जानलेवा होता जा रहा है. संत समुदाय के अगुआ सनकादिक महाराज पर आरोप हैं कि उन्होंने अपने बाहुबली समर्थकों के साथ संत कैलाशदास और रामा पर जानलेवा हमला किया. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का प्रकरण पंजीबद्ध किया है. जबकि हमले में गंभीर रूप से घायल हुए संत कैलाश दास को चित्रकूट में प्राथमिक इलाज के बाद सतना रेफर कर दिया गया है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
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ये है पूरा मामला
घायल संत कैलाश दास मूल रुप से ग्वालियर जिले के डबरा के रहने वाले हैं. इस समय वे सिरषा वन के त्यागी आश्रम में रह रहे थे. मिली जानकारी के मुताबिक 8 दिन पहले संत कैलाश दास को संत समाज के उपाध्यक्ष सनकादिक महराज के द्वारा आश्रम छोड़ने की धमकी दी गई थी. इसके चलते संत कैलाश दास चित्रकूट से बाहर चले गए थे. वहीं शुक्रवार को जब वह वापस लौटे तभी उन पर सनकादिक महराज के बाहुबली समर्थकों ने सरिया, कुल्हाड़ी और लाठियों से जानलेवा हमला कर दिया. हमले में संत कैलाश दास गंभीर रूप से घायल हो गए.
संतों के बीच संघर्ष का पहला मामला
चित्रकूट में यूं तो आए दिन आश्रमों में कब्जे को लेकर संतों के बीच विवाद बना रहता है. लेकिन संतों के बीच इस प्रकार की खूनी संघर्ष का यह पहला मामला है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
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