Kamalnath on BJP: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Elections) होने वाले हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर सोमवार को उम्मीदवारों (MP BJP Candidates) की अपनी दूसरी सूची जारी कर दी. इस लिस्ट में कुल 39 प्रत्याशियों के नाम हैं. सूची में कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya), केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), प्रह्लाद पटेल (Prahlad Patel), फग्गन सिंह कुलस्ते जैसे कई बड़े नाम भी शामिल हैं जो इस बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी की दूसरी सूची जारी होते ही कांग्रेस इस पर हमलावर है. जहां पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी भाजपा पर निशाना साधा.
एमपी में हार स्वीकार कर चुकी भाजपा ने उम्मीद का आखरी झूठा दांव आज खेला है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 25, 2023
18.5 साल की भाजपाई सरकार और 15 साल से ज्यादा के शिवराज़ी विकास के दावों को नक्कारने वाली भाजपाई प्रत्याशियों की सूची करोड़ों कार्यकर्ताओं की पार्टी का दावा करने वाली भाजपा की आंतरिक हार पर पक्की मोहर है।…
"हार चुकी है BJP ने खेला उम्मीद का आखरी दांव"
पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamalnath) ने देर रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा, "मध्यप्रदेश में BJP ने अपनी हार को स्वीकार कर लिया है. फिर भी पार्टी ने आज उम्मीद का आखरी झूठा दांव खेला है. 18.5 साल की भाजपाई सरकार और 15 साल से ज्यादा के शिवराजी विकास के दावों को नकारने वाली भाजपाई प्रत्याशियों की सूची करोड़ों कार्यकर्ताओं की पार्टी का दावा करने वाली भाजपा की आंतरिक हार पर पक्की मोहर है. मध्यप्रदेश में विकास के खोखले दावे करती भाजपा की सरकार के सफेद झूठ साबित हो गए है. भाजपा सिर्फ एक बात को याद रखे. जनता सब जानती है. बीते 18 साल में हुए कुशासन का न्याय होकर रहेगा. जनता इसका हिसाब लेकर रहेगी.'
अब तक 78 सीटों के उम्मीदवारों के नाम जारी
जानकारी के लिए बता दें कि दूसरी सूची को जारी करने के साथ बीजेपी के मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों में से 78 सीटों के उम्मीदवारों के नाम सामने आ गए हैं. प्रदेश में विधानसभा नवंबर-दिसंबर में होने वाले हैं. बीते महीने ही बीजेपी ने अपनी पहली सूची जारी की थी जिसमें 39 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया था. मालूम हो कि इससे पहले, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं भाजपा को 109 सीटें मिली थी. गौरतलब है कि कुछ विधायक बाद में बीजेपी में शामिल हो गए थे जिससे कांग्रेस सरकार गिर गई थी. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान के आने के बाद मार्च 2020 पार्टी की सत्ता वापसी हुई थी.
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