Madhya Pradesh: विद्युत वितरण कंपनी का बिल कलेक्शन एजेंट लाखों रुपया लेकर फरार हो गया. जी हां मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) जिले से ये मामला सामने आया है. मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी पश्चिम क्षेत्र के सनावद स्थित कार्यालय पर विद्युत उपभोक्ता बिल कलेक्शन विंडो पर बहस कर रहे थे. उपभोक्ताओं का कहना है कि हमारे द्वारा प्रति महीने बिल जमा किया जा रहा है. लेकिन हमें बकाया राशि का बिल दिया जा रहा है. कलेक्शन विंडो पर बैठे युवक द्वारा उन्हें संतोषजनक जवाब ना देने पर विवाद की स्थिति बन रही है.
सतीश केलकर नाम के युवक ने को किया था नियुक्त
इस संबंध में विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालक यंत्री आलिन देशपांडे ने बताया कि विद्युत वितरण कंपनी ने प्राइवेट सेक्टर में एनआईसीटी को बिल कलेक्शन के लिए अनुबंध किया है. एनआईसीटी के ठेकेदार राहुल परमार ने सनावद कार्यालय के काउंटर पर सतीश केलकर नाम के युवक को बिल कलेक्शन के लिए नियुक्त किया था. उसने सितंबर 2023 से ऑफलाइन कलेक्शन कर ग्राहकों के बिल जमा किए. लेकिन यह राशि विभाग को जमा नहीं की. यह सिलसिला लगभग 7 महीने तक चलता रहा. मार्च में उपभोक्ताओं द्वारा इसकी शिकायतें मिली तो अप्रैल में उसका अकाउंट ब्लॉक कर दिया. तभी से हजारों उपभोक्ताओं के लाखों रुपया का भुगतान शेष रहा है.
की जाएगी कानूनी कार्रवाई
उन्होंने कहा राहुल परमार को सतीश केलकर द्वारा गबन की गई राशि को जमा करने के लिए पत्र लिखा है. उसके बाद उसने लगभग 13 लाख रुपए कंपनी को जमा किया है. कई और उपभोक्ता भी हैं जिन्हें ऑफलाइन रसीद दी हैं. हम उनकी राशि की एंट्री कर ठेकेदार से पैसा जमा करवा रहे हैंम पूरी राशि जमा होने के बाद सतीश केलकर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
दीवार पर लिखे नंबर पर बात करने को कहता है
विद्युत उपभोक्ता लखन मंसारे ने बताया कि मैं नगर की बालाजी कॉलोनी का निवासी हूं. हर महीने बिजली का बिल इसी परिसर के गेट पर बने काउंटर पर जमा करता हूं परंतु पिछले 5 महीने का 5300 बिल बकाया बताया जा रहा है. जिसको लेकर विंडो कलेक्शन पर बैठे व्यक्ति से बात करते हैं तो वह हमें दीवार पर लिखे नंबर पर बात करने को कहता है. हमने बिल कलेक्शन एजेंट सतीश केलकर को बिल की राशि जमा की थी उसकी रसीदें भी हमारे पास हैं.
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