Collector Fake Seal and Signature: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नर्मदापुरम (Narmadapuram) जिले से फर्जीवाड़ा का बड़ा खुलासा हुआ है. यहां कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर और कलेक्ट्रेट (Collector Fake Signature and Seal) की फर्जी सील से आदिवासी की जमीन बेचने और उसका नामांतरण करने का धंधा चल रहा था. मामले में धोखाधड़ी की एफआईआर (Fraud FIR) हुई है. सिवनीमालवा थाने में पुलिस ने जमीन खरीदने और बेचने वाले पांच आरोपियों के अलावा सर्विस प्रोवाइडर और पटवारी को भी आरोपी बनाया गया है. जमीन बेचने का मामला सिवनीमालवा के सीरूपुरा गांव का है.
फर्जी दस्तावेज के साथ कर रहे थे धोखाधड़ी
उल्लेखनीय है कि जिन दस्तावेजों के आधार पर आरोपी भूमि का विक्रय, पंजीयन और नामांतरण कर रहे थे, वो पूरे तरीके से फर्जी रहे. नर्मदापुरम कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर और फर्जी सील लगाकर जमीन को बेचा और नामांतरण कराया जा रहा था. अनुमति के प्रकरण क्रमांक और जावक क्रमांक भी फर्जी बताए गए हैं. अब इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस एक्शन में आई है.
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सात आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज
सिवनी मालवा थाना प्रभारी अनूप उईके ने बताया कि फर्जी दस्तावेज के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में कुल सात आरोपियों के खिलाफ कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर और सील का दुरूपयोग करने के अपराध में दर्ज किए गए हैं. आरोपियों में विक्रेता पुष्पेंद्र बड़कुड़, उनकी मां श्रीमना बड़कुड़, क्रेता सोनाली खंडेलवाल, प्रेरणा खंडेलवाल, अनुराग जलखरे, पटवारी नरेंद्र सोलंकी और सर्विस प्रोवाइडर आशुतोष गुर्जर शामिल हैं.
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