Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के मौजूदा दौर में सबसे चर्चित अधिकारियों में से एक डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे को आखिरकार जमानत मिल ही गई. बता दें कि निशा को भोपाल में 10,000 के मुचलके पर जमानत मंगलवार को मिली और विशेष कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट से जमानत दी गई है. जमानत के बाद का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें फूल, माला, पहनी हुई निशा अपने तीन साल के बेटे को बाहर निकलते ही सबसे पहले गले लगाती हुई नजर आ रही है.
डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे सोमवार को बैतूल से भोपाल न्याय यात्रा लेकर पहुंची थी. इस यात्रा के जरिए निशा अपने इस्तीफे को स्वीकार करने की मांग कर रही थीं. पद यात्रा करते हुए निशा सुबह करीब 11 बजे बोर्ड ऑफिस चौराहे पर पहुंची. यहां उन्होंने अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया लेकिन जैसे ही डिप्टी कलेक्टर राजधानी भोपाल स्थित बोर्ड ऑफिस चौराहे से आगे बढ़ी तो उन्हें पुलिस ने इस दौरान रोक दिया.
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निशा ने जमानत से किया इनकार
स्थिति को बिगड़ते देख पुलिस ने निशा और कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. धारा 151 के तहत निशा की गिरफ्तारी की गई. कल जब निशा को पेश किया गया तो उन्होंने जमानत से इनकार कर दिया और उसके बाद वह जेल चली गई.
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कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया आरोप
झड़प के दौरान जब निशा के कपड़े फट गए तो उसके बाद चुनावी सरगर्मियों के बीच ये पूरा मामला भी सियासत का एक मुद्दा बन गया. कांग्रेस के सभी नेता डिप्टी कलेक्टर के समर्थन में उतर आए. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने ट्वीट करते हुए सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए कहा एक दलित डिप्टी कलेक्टर और महिला का अपमान किया गया है. केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बाबा अंबेडकर की तस्वीर की भी बहुत बुरी हालत कर दी. उन्होंने BJP को दलित विरोधी बताया.